UP Assembly Election 2022 : जीत के लिए BJP इन दिग्गजों को मैदान में उतारेगी, पीएम मोदी करेंगे 30 से ज्यादा जनसभाएं
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारने के लिए तैयार है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी चुनाव से पहले यूपी में 30 से ज्यादा रैलियों को संबोधित करेंगे.
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी (BJP) भी जल्द एक्शन मोड़ में नजर आने वाली है. उत्तर प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने के लिए बीजेपी हर दांव लगाने के लिए तैयार है. इसी क्रम में कई दिग्गज नेता प्रदेशभर में रैलियां (Rallies) भी करेंगे. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी (PM Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी यूपी में जीत सुनिश्चित करने के लिए कई रैलियां करेंगे.
जानकारी के अनुसार पीएम मोदी अकेले ही दशहरे के बाद यूपी में 30 से ज्यादा रैलियां आयोजित की जाएंगी. वहीं अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी करीब 50 रैलियों और जनसभाओं को संबोधित करेंगे. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने बताया कि विधानसभा चुनावों को देखते हुए पीएम मोदी 14 सितंबर को अलीगढ़ और 26 सिंतबर को लखनऊ में रहेंगे. इसी के साथ गृह मंत्री अमित शाह की जनसभाएं भी रैलियों के साथ बढ़ेंगी.
विपक्ष ने बोला हमला
पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की रैलियों के संबंध में विपक्षी पार्टियों ने हमलावर रुख अपनाया हुआ है. एसपी प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि बीजेपी को यूपी विधानसभा चुनाव में हार का डर सताने लगा है. इसलिए अब पार्टी अपने शीर्ष नेताओं को प्रचार के लिए उतार रही है. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी को समझ लेना चाहिए कि प्रदेश की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और आगामी चुनावों में सत्ता में बदलाव होकर रहेगा.
कांग्रेस ने भी कसी कमर
वहीं दूसरी तरफ विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं. पार्टी महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी गुरुवार को यूपी दौरे पर पहुंची है. इस दौरान वो पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठकें करेंगी. इसी के साथ विधानसभा चुनावों में जीत के लिए रणनीति तैयार की जाएगी. वहीं प्रियंका अब तक की गई तैयारियों का जायजा भी लेंगी. वहीं आज यानी शुक्रवार को सुबह 10 बजे प्रियंका सबसे पहले एडवाइजरी एंड स्ट्रेटजी कमेटी की साथ बैठक करेंगी. प्रियंका प्रदेश में मौजूदा सियासी और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाने पर जोर देंगी. इसके बाद प्रदेश इलेक्शन कमेटी के साथ बैठक करने के बाद जोनवार बैठक करेंगी.