निलंबित डिप्टी SP हीरालाल सैनी मामले में सांसद हनुमान बेनीवाल ने CM अशोक गहलोत पर साधा निशाना, कहा- CMO से जुड़े हैं तार
स्विमिंग पूल में अश्लील हरकतें करने के मामले में राजस्थान पुलिस के निलंबित डिप्टी एसपी हीरालाल सैनी के मामले में सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मामले के तार सीएमओ से जुड़े हैं. इसलिए मोटी रकम लेकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है.
महिला सिपाही के साथ स्विमिंग पूल में अश्लील हरकतें करने के आरोपी राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) ने अपने निलंबित डिप्टी एसपी हीरालाल सैनी के मामले में अब अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) सरकार पर सवाल उठाने लगें है. नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) ने वीडियो जारी करके कहा है कि राजस्थान पुलिस के डिप्टी हीरालाल सैनी का एक महिला पुलिसकर्मी के साथ वायरल वीडियो के मामले में पुलिस का दोगला चरित्र सामने आया. परिवाद दर्ज कराने व जयपुर पुलिस आयुक्तालय के पुलिस कमिश्नर सहित आईपीएस अधिकारी प्रदीप मोहन शर्मा व अनिल परिस देशमुख, अजमेर एसपी सहित कई अन्य आईपीएस अधिकारियों व नागौर पुलिस के मामला संज्ञान में होने के बावजूद न्यायोचित कार्रवाई करने के स्थान पर लीपापोती की गई.
इतना ही नहीं बेनीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इस मामले में बड़ी रकम लेकर राजीनामे के प्रयास किए गए हैं. सांसद बेनीवाल ने सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य कि सीएम के पास गृह मंत्रालय होने के बावजूद यह खेल पिछले 2-3 महीने से चल रहा है. सरकार ने जूनियर अफसरों पर निलंबन कर फोरी कार्रवाई करके मामल खत्म करने का प्रयास किया. उन अधिकारियों के तार सीएमओ से जुड़े है.
सीएमओ से जुड़े हैं तार
बेनीवाल ने कहा कि पुलिस अधिकारी हीरालाल सैनी के सीएमओ से जुड़े तार भी जगजाहिर है. ऐसे में सरकार को पूरे मामले में उच्च स्तरीय न्यायायिक जांच या एक विशेष टीम का गठन करके मामले में संलिप्त पुलिस के सभी उच्च अधिकारियों को बर्खास्त करने की जरूरत है ताकि सरकार का एक संदेश समाज मे जाए. क्योंकि कोरोना काल में पुलिस की जो अच्छी छवि बनी वो इस वीडियो के आने के बाद तार-तार हो गई.
आरटीआई एक्टिवस्ट से उठाए सवाल
राजस्थान के जाने-माने आरटीआई एक्टिविस्ट गोवर्धन सिंह ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा ‘राजस्थान के सबसे चर्चित डिप्टी एसपी हीरालाल सैनी के मामले में पर्दे के पीछे की कहानी….’. हीरालाल सैनी अजमेर जिले के ब्यावर में पुलिस उप अधीक्षक के पद पर कार्यरत था. इस पद पर सामान्यतः आईपीएस अधिकारी को लगाया जाता है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी देवाराम सैनी RAS का दबाव था कि इस हीरालाल सैनी को ब्यावर में इसी पद पर लगाया जाए.
DGP एम एल लाठर इस निर्णय के पक्ष में कभी नहीं थे, लेकिन देवाराम सैनी की इच्छा के खिलाफ बोलने की हिमाकत कौन करे…? सभी को पता है कि आज के वर्तमान हालात में देवाराम सैनी ही राजस्थान का असली मुख्यमंत्री है, जिस तरह पिछली सरकार में तन्मय कुमार IAS, असली मुख्यमंत्री थे. देवाराम सैनी को हीरालाल सैनी के चरित्र के बारे में पुलिस मुख्यालय द्वारा बताया भी गया था लेकिन DGP को यह स्पष्ट निर्देश हैं कि देवाराम सैनी का निर्देश यानि अशोक गहलोत का निर्देश.
ब्यावर में क्यों हुई पोस्टिंग
जनता को यह सभी तथ्य कौन बताएगा लेकिन नागरिक(मालिक) यह पता कर सकते हैं कि ब्यावर वाले इस पद पर ज्यादातर IPS लगते हैं तो इस हीरालाल सैनी के पास ऐसी क्या विशेषता थी जो श्रीमान को ब्यावर में लगाया गया…?