अवैध खनन पर बांदा के DM हटाए गए, ASP सस्पेंड; BSP सांसद अतुल राय पर लगे रेप के केस में दो एडिशनल SP की जांच होगी

खनन और रेप मामले में 4 अफसरों पर कार्रवाई….

उत्तर प्रदेश के चार अफसर बुरी तरह फंस गए हैं। दो अलग-अलग मामलों में शासन ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। एक तरफ अवैध खनन के मामले में बांदा के जिलाधिकारी (DM) आनंद कुमार सिंह को हटा दिया गया है तो दूसरी ओर अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) महेंद्र प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।

STF की रिपोर्ट पर शासन ने डीएम आनंद कुमार सिंह को बांदा से हटाकर एपीसी शाखा में विशेष सचिव बनाया है। IAS अनुराग पटेल को बांदा का नया डीएम बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर BSP सांसद अतुल राय पर लगे रेप के आरोप के मामले में दो एडिशनल एसपी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

बांदा डीएम और एसपी पर खनन माफियाओं का साथ देने का आरोप

बांदा के डीएम आनंद कुमार सिंह और एएसपी महेंद्र प्रताप सिंह।
बांदा के डीएम आनंद कुमार सिंह और एएसपी महेंद्र प्रताप सिंह।

बांदा के डीएम आनंद कुमार सिंह और एसपी महेंद्र प्रताप सिंह पर खनन माफियाओं का साथ देने का आरोप लगा है। STF की जांच में दोनों की मिलीभगत सामने आई है। STF की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि एएसपी महेंन्द्र प्रताप चौहान बांदा के थाना क्षेत्र गिरवा, नरैनी में मध्य प्रदेश से खनन होकर आने वाली मौरंग की गाडि़यों को पास करवाने में शामिल थे। फिलहाल शासन ने पीएसी सीतापुर में तैनात लक्ष्मी निवास मिश्र को उनके स्थान पर एएसपी बांदा की तैनाती दी है।

नए डीएम पर भी लग चुके हैं आरोप
बांदा में तैनात हुए नए डीएम अनुराग पटेल भी विवादों में रह चुके हैं। अनुराग पटेल का नवंबर 2019 में मिर्जापुर से ट्रांसफर हुआ था। उन्हें लखनऊ में विशेष सचिव कृषि उत्पादन नियुक्त किया गया था। मिर्जापुर में अनुराग पटेल लगभग 15 महीनों तक डीएम थे। इनके ही कार्यकाल में मिर्जापुर में जमालपुर के सियुर प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील में बच्चों का नमक-रोटी खाते हुए का वीडियो सामने आया था। इसके बाद खबर बनाने वाले पत्रकार पर उन्होंने अहरौरा थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया था। मामले में मीडिया में दिए उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब फजीहत हुई थी।

रेप कांड में दो एडिशनल एसपी पर हो सकती है कार्रवाई

उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा से BSP सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता और उसके गवाह के आत्मदाह के बाद अब पुलिस अफसरों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। मामले में वाराणसी के तत्कालीन SP सिटी और ADCP काशी जोन रहे विकास चंद्र त्रिपाठी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है। वहीं, वाराणसी के तत्कालीन ADCP वरुणा जोन विनय कुमार सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया है।

विकास पर अतुल राय और उनके करीबियों के खिलाफ रेप पीड़िता और उसके गवाह द्वारा की गई शिकायतों की जांच की सही से मॉनिटरिंग न करने का आरोप है। वहीं, विनय पर रेप पीड़िता और उसके गवाह के खिलाफ अतुल राय के भाई द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे की विवेचना की मॉनिटरिंग सही से न करने का आरोप है।

विकास चंद्र अभी लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में एडिशनल एसपी के पद पर तैनात हैं, जबकि विनय कुमार वाराणसी में ही ADCP प्रोटोकॉल के पद पर हैं। प्रदेश सरकार के इस रुख को देखते हुए माना जा रहा है कि जल्द ही कैंट व भेलूपुर सर्किल के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी और अन्य उच्चाधिकारी भी कार्रवाई के घेरे में आएंगे।

जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई
रेप पीड़िता और उसके गवाह के आत्मदाह के बाद प्रदेश सरकार ने प्रकरण की जांच पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड डॉ. आरके विश्वकर्मा और एडीजी महिला सुरक्षा एवं बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत को सौंपी थी। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार ने पहले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और अब दोनों पीपीएस अफसरों पर कार्रवाई की शुरुआत की है।

16 अगस्त को पीड़िता और उसके गवाह ने आग लगा ली थी
इसी साल 16 अगस्त को रेप पीड़िता और उसके गवाह दोस्त ने न्याय मिलने में देरी और अफसरों पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुद को आग लगा ली थी। गंभीर हालात में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां एक के बाद एक दोनों ने दम तोड़ दिया। रेप पीड़िता के आरोप पर ही रिटायर्ड IPS अमिताभ ठाकुर भी जेल में बंद हैं। उन पर मामले को गलत तरीके से प्रचारित करने और अतुल राय का पक्ष लेने का आरोप लगा था।

8 प्वाइंट्स में जानें कब और क्या हुआ

  • 1 मई 2019 को बलिया जिले की मूल निवासी और वाराणसी के यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा ने लंका थाने में अतुल राय के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया।
  • 22 जून 2019 को अतुल राय वाराणसी की अदालत में सरेंडर कर जेल गया। तब से अब तक वह प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में ही बंद है।
  • 30 दिसंबर 2020 को गलत जांच करने के आरोप तत्कालीन भेलूपुर क्षेत्राधिकारी अमरेश सिंह बघेल को प्रदेश सरकार ने निलंबित किया।
  • 16 अगस्त 2021 को रेप पीड़िता और उसके गवाह ने फेसबुक लाइव कर नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के सामने खुद को आग लगाई।
  • 16 अगस्त 2021 को वाराणसी के पूर्व एसएसपी और गाजियाबाद के तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक को डीजीपी ऑफिस से संबद्ध किया गया।
  • 17 अगस्त 2021 को कैंट थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह और दरोगा गिरिजा शंकर यादव को निलंबित किया गया।
  • 21 अगस्त 2021 को रेप पीड़िता के गवाह गाजीपुर के मूल निवासी और वाराणसी में रहने वाले सत्यम प्रकाश राय की नई दिल्ली में उपचार के दौरान मौत हुई।
  • 27 अगस्त 2021 को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को अतुल राय से मिलीभगत सहित अन्य आरोपों में लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *