स्वच्छ सर्वेक्षण 2022:100% हर संपत्ति की जियो टैगिंग की जाएगी, एक दिसंबर से 31 जनवरी तक चलेगा अभियान
- सामाजिक समारोह में जीरो वेस्ट वेंडिग पर बढ़ावा देना होगा
देश में साल 2022 में होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर निगम को टॉप पर आने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ेगी। निगम क्षेत्र के 66 वार्ड में मौजूद हर संपत्ति की लोकेशन का जियो टैग (निदेशांक) करना जरूरी होगा। मतलब हर मकान सैटेलाइज इमेज में रहेगा।
इसके साथ ही सामाजिक समारोह में होने वाले कचरे को रोकने के लिए जीरो वेस्ट वेंडिंग (पत्तल, दौना, कटोरी, गिलास) को बढ़ावा देना होगा। इस बार फिर से कुल अंक 6000 हजार होंगे। इसकी कुछ सेवाओं के अंकों में बदलाव किया गया है। अभी साल 2021 की रेकिंग का रिजल्ट आना है। वाटर प्लस की श्रेणी में ग्वालियर शामिल नहीं हो सका। ओडीएफ डबल प्लस पर ही संतोष करना पड़ा है। इसका नुकसान रेकिंग में दिखाई दे सकता है।
एक दिसंबर से चलेगा अभियान
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिए नागरिकों की प्रतिक्रिया एकत्र करने का काम 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2022 तक चलेगा। नागरिकों के लिए दस प्रश्न तय किए गए हैं। पूछताछ के दौरान चार प्रश्न दिखाई देंगे। इनका उत्तर देना होगा।
ये रहेंगी मुख्य विशेषताएं
- दक्षता और पारदर्शिता लाने के लिए शुरू से लेकर अंत तकर डिजिटल निगरानी होगी।
- कोविड-19 से संंबंधित प्रतिक्रिया एवं नगर के फ्रंट लाइन कर्मचारियों पर विशेष ध्यान रहेगा।
- जीरो वेट वेस्ट डिस्चार्ज को बढ़ावा देने के लिए आत्मनिर्भर वार्ड बनाना होंगे।
- स्वच्छ शहर तकनीकी चुनौती- नागरिकों, स्टार्ट अप आदि द्वारा अभिनव प्रमाण-पत्र प्रदान करना।
- लिंग और सामाजिक समावेश- निर्णय लेने की प्रक्रिया में महिलाओं, ट्रांसजेंडरों और दिव्यांगों के लिए अवसर।
- जनप्रतिनिधियों की भूमिका- स्वच्छ परिवर्तन के तहत वार्डों की रेकिंग और मान्यता देना।
सामुदायिक, सार्वजनिक और मूत्रालय का निरीक्षण होगा
- सामुदायिक शौचालय: 24 घंटे खुला रहना चाहिए। सेनेटरी नैपकिन वितरण सिस्टम लगा होना चाहिए। पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग सेक्शन होना चाहिए।
- सार्वजनिक शौचालय: सुबह 6 से रात्रि 10 बजे तक खुले होना चाहिए। केयरटेकर होना जरूरी है। बिजली का प्रकाश जरूरी हो।
- पेशाबघर: बिजली का प्रकाश होना जरूरी है। पेशाबघर हमेशा सूखा और साफ रहना चाहिए। पर्याप्त पानी की व्यवस्था-नल और फ्लश काम कर रहा है या नहीं।