UP में सबसे ज्यादा दर्ज हुईं साइबर अपराध की FIR

  • 2020 में CAA को लेकर भ्रामक पोस्ट करने पर 95 मुकदमे, 21,388 आपत्तिजनक पोस्ट के लिए सोशल मीडिया कंपनी को कार्रवाई के दिए निर्देश
  • सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर 78 मुकदमे, 14,380 पोस्ट पर कार्यवाही के लिए संबंधित कंपनियों को भेजा गया पत्र

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक देश भर में 2020 में साइबर से जुड़े अपराध के 50,035 मामले दर्ज किए गए। जबकि 2019 में साइबर अपराध की संख्या 44,735 थी। देश में साइबर अपराध के सबसे ज्यादा 11,097 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए। वहीं दूसरे नंबर पर 10,741 कर्नाटक और तीसरे नंबर पर 5496 महाराष्ट्र में दर्ज हुए। हालांकि साइबर अपराध की दर सबसे ज्यादा कर्नाटक में 16.2 फीसदी है। जबकि उत्तर प्रदेश में 4.8 फीसदी और महाराष्ट्र में यह दर 4.4 फीसदी है।

दूसरी तरफ कहें तो यूपी में साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार ने साइबर फ्रॉड के साथ सोशल मीडिया पर झूठी सूचनाएं और अफवाह फैलाने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है।

यूपी में 11 हजार मुकदमें दर्ज कर 35 हजार आपत्तिजनक पर पोस्ट पर कार्रवाई के निर्देश

यूपी पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े 2020 में 11097 मामले दर्ज किए। वहीं 2019 में 11416 मामले दर्ज किए गए थे। 2020 में साइबर अपराधियों पर लगाम लगाते हुए 35 हजार से ज्यादा पोस्ट के खिलाफ संबंधित कंपनी को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट किया और करीब 150 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।

वहीं लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर 889 मुकदमे दर्ज किए गए, इनमें से 225 मुकदमे अफवाह या भ्रामक सूचना से संबंधित टिप्पणी, 454 मुकदमे सांप्रदायिक सद्भाव को प्रभावित करने वाली टिप्पणी और 210 मुकदमे अन्य विभिन्न प्रकार की टिप्पणियों के बारे में भी किए गए।

सीएए को लेकर भ्रामक पोस्ट करने पर 95 मुकदमें, 21 हजार के खिलाफ नोटिस

प्रदेश में सीएए को लेकर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर आपत्तिजनक, भ्रामक पोस्ट और वीडियो भेजने वालों के खिलाफ (2019 में 10 से 27 दिसंबर) के बीच 95 मुकदमे दर्ज कर 120 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं 21,388 आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के ऊपर कार्रवाई के लिए संबंधित सोशल मीडिया कंपनी को पत्र लिखे गए।

कोर्ट पर टिप्पणी करने पर 78 पर दर्ज हुआ मुकदमा

नवम्बर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के श्रीराम जन्मभूमि के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी होने लगी। इसके चलते पुलिस ने प्रदेश भर में सिर्फ पांच दिनों में टिप्पणी करने वालों पर 78 मुकदमे दर्ज किए। वहीं 14,380 सोशल मीडिया पोस्ट पर कार्रवाई के लिए संबंधित कम्पनी को पत्र लिखा गया।

सोशल मीडिया पर शिकायत करने पर चार साल में दर्ज हुए 14,462 मुकदमे

पुलिस को सोशल मीडिया पर चार सालों में 29.25 लाख शिकायतें मिली। जिनमें से कार्रवाई लायक 6.25 लाख शिकायत थीं। जिनके ऊपर कार्रवाई की गई। वहीं थानों में शिकायतों की हीलाहवाली करने पर 14,462 FIR सोशल मीडिया के माध्यम से दर्ज कराई गईं।

सोशल मीडिया से लोगों को मिल रही मदद भी

सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस को लॉकडाउन के दौरान सिर्फ अप्रैल में करीब एक लाख 70 हजार ट्वीट पुलिस को मिले। जिनमें से अधिकांश भोजन-खाद्य पदार्थ की आपात व्यवस्था, चिकित्सीय सहायता, कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना और लॉकडाउन के उल्लंघन से संबंधित थे।

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