कानपुर…रेप-मर्डर कांड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ,, शरीर पर मिले 25 गंभीर चोटों के निशान, हाथ और सिर की हड्डी टूटी, जींस की चेन खुली, बटन टूटा और छाती, जांघ व पेट के नीचे चोट के निशान दे रहे थे हैवानियत की गवाही
कल्याणपुर इंदिरा नगर के हाई प्रोफाइल गुलमोहर रेजीडेंसी अपार्टमेंट में रेप के बाद युवती के हत्या के मामले में दैनिक भास्कर एक और खुलासा करने जा रहा है। युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट कि रेप के दौरान उसके साथ कितनी बर्बता की गई और 10वीं मंजिल से गिरने के बाद युवती शव किस तरह जघन्य हत्याकांड की गवाही दे रहा था। यह देखकर आपकी भी रूह कांप उठेगी। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का भी कलेजा पसीज उठा था। मेडिकल कॉलेज के एक सीनियर डॉक्टर की जुबानी पोस्टमार्टम के प्रमुख अंश आपके सामने हैं।
चोटें इतनी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का कॉलम भी छोटा पड़ गया…
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बगैर अनुमति के उसका विवरण किसी निजी संस्था को देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। नाम और पद नहीं छापने की शर्त पर वरिष्ठ चिकित्सक ने भास्कर को पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि युवती के शरीर पर कुल 25 गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। सिर की हड्डी पांच जगह से टूटी हुई है। दाहिने हाथ में छह गंभीर चोटे और दो जगह से टूटा हुआ है। बाएं हाथ में तीन गंभीर चोट के निशान हैं। पेट के नीचे से लेकर जांच के बीच में चार चोट के निशान मिले हैं। दोनों कान से खून निकला है। होंठ और छाती के निचले हिस्से में भी चोट के निशान हैं। मौत का कारण अधिक खून बहने की वजह से हुई है। शरीर में मिली कुल 25 चोटों के विवरण लिखने के लिए कॉलम ही छोटा पड़ गया। 13 बिंदुओं में वैगिना, सीमन और अन्य जगह की जांच के लिए बनाई गई स्लाइड का विवरण है।
पैरों में नहीं है कोई फ्रैक्चर
युवती के दोनों पैरों में कोई फ्रैक्चर नहीं है। इससे एक बात तो साफ है कि युवती के साथ हैवानियत करने के बाद उसे फ्लैट से नीचे फेंक दिया गया। अगर युवती कूदती तो सबसे पहले उसके पैर टूटते। सामान्य तौर पर ऐसा होता है। इससे पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी यह बात साफ हो रही है कि वह कूदी नहीं बल्कि रेप के बाद युवती को 10वीं मंजिल से फेंक कर हत्या की गई है।
तीन डॉक्टरों के पैनल से हुआ था पोस्टमार्टम
युवती का पोस्टमार्टम कराने के लिए तीन डाक्टरों के पैनल मौजूद था। इसमें कांशीराम ट्रामा सेंटर के डा. ओपी राय, किदवई नगर टीबी आइसोलेशन के डा. अमित वर्मा और महिला डा. जया मिश्रा के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई थी।
इंटर्नल चोटें
पेशाब की थैली फटी मिली, प्राइवेट पार्ट में बाहर चोट तो नहीं है, लेकिन अंदर गर्भाशय पूरी से जख्मी हालत में मिला। यूट्रस, वेजाइनल एरिया, गर्भाशय के मुंह से जांच के लिए स्लाइड बनाई गई है। मुंह का स्वाब लेकर जांच के लिए भेजा गया है। कुल 17 स्लाइडें अलग-अलग जांच के लिए बनाई गई हैं। उम्र जानने के लिए हड्डी के टुकड़े को भी जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है।
पोस्टमार्टम में हुई ये लापरवाही
डॉक्टर की मानें तो पोस्टमार्टम के दौरान तीन डॉक्टरों के पैनल ने घोर लापरवाही की है। जांच रिपोर्ट में लिखा है कि नाखून में खाल के अंश मिले हैं, लेकिन नाखून को जांच के लिए सुरक्षित नहीं रखा गया है। संघर्ष के दौरान युवती ने प्रतीक को नोचा था तो उसके नाखून में प्रतीक की खाल का हिस्सा छिलकर आ गया था। इसके साथ ही जांघ और प्राइवेट पार्ट के पास की चोटों को विवरण के साथ नहीं लिखा गया है।
कपड़ों का विवरण
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा हुआ है कि युवती के जीस की चेन खुली हुई थी। उसका बटन भी टूटा हुआ था। टॉप खून से सना मिला है। इससे एक बात तो साफ है कि कपड़ों की दशा देखकर भी आसानी से आकलन किया जा सकता है कि युवती के साथ बर्बता की गई फिर उसे 10वीं मंजिल से फेंक कर हत्या की गई।