700 नहीं सिर्फ 75 बसों को झंडी दिखाएंगे पीएम मोदी
आधी-अधूरी तैयारियां बनी रोड़ा, कानपुर को 100 की जगह मिलेंगी अभी सिर्फ 10 बसें…..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को प्रदेश के 14 शहरों को 700 के बजाय सिर्फ 75 एसी इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाएंगे। कानपुर वासियों को बसों की सुविधा एक पखवाड़े बाद ही मिल पायेगी। शहर के बस डिपो में ई-बसों के चार्जिंग स्टेशन अभी तैयार नहीं हैं और ना ही बस स्टेशन की फ्लोर बन कर तैयार हो पाई है। ऐसे में कनपुरियों को एसी ई-बसों में सफर के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।
100 बसों के बजाय कानपुर के हिस्से आई सिर्फ 10 बसें,
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जो 75 ई बसे प्रदेश को दी जा रही है। उनमें से 25 एसी इलेक्ट्रिक बसें लखनऊ को दी जायेगी। बाकी 50 ई-बसों में 20 वाराणसी, 20 गोरखपुर और 10 कानपुर में संचालित होंगी। परिवहन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि बारिश की वजह से ई बसों के चार्जिंग स्टेशन बन कर तैयार नही हो पाये है। उन्होने बताया कि बस स्टैंड में इंटरलॉकिंग का कार्य बसों के आने तक पूरा कर लिया जायेगा। जानकारी के मुताबिक़ सभी ई-बसें अभी दिल्ली से लखनऊ नही पहुँच पाई है। इस वजह से 75 ई-बसें को फिटनेस कराकर मोदी के हाथों उद्घाटन कराया जाएगा।
250 सीएनजी महानगर बसों में सिर्फ 125 चल रही है,
वर्तमान में शहर में सिर्फ 125 बसों के सहारे 80 किलोमीटर में महानगर बसे अपनी सेवाएं दे रही है। महानगर बस सेवा के लिए कानपुर में कुल 250 बसें थी। जिनमे से 100 बसों कोदो माह पूर्व मेरठ भेज दिया गया था। 25 बसें हमेशा मरम्मत जारी के लिए खड़ी रहती है। ऐसे में सिर्फ 125 बसों के सहारे महानगर बस सेवा शहरवासियों के लिये उपलब्ध है।
ध्वनि और वायु प्रदूषण से मिलेगी निज़ात,
तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण के बीच ई-बसें प्रदूषण मुक्त होंगी। वातानुकूलित बसें यात्रियों के लिए बेहद आरामदायक रहेंगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए इन बसों में सीसीटीवी कैमरा, पैनिक बटन लगाये गए है। इन बसों में सीटें एडजस्टेबल होगी। बस में फायर उपकरण भी मौजूद होंगें। यात्रियों को रास्तों से बारे में डेस्टिनेशन बोर्ड से जानकारी मिलती रहेगी।
कम समय मे चार्ज होकर ज्यादा दूरी तय करेंगी ई बसें
इन बसों को चार्ज होने में ढाई घंटे की बजाय 45 मिनट का समय लगेगा। एक बार फुल चार्ज होने के बाद ये बसें 120 किलोमीटर का सफर कराएगी। जबकि पूर्व में यह बसे सिर्फ 80 किलोमीटर का ही सफर तय कर पाती थी। इन बसों के चार्जिंग की व्यवस्था कानपुर में कई जगहों पर की जाएगी। मुख्य स्टेशन अहिरवां में बनाया गया है।
सूबे में 700 ई बसों के चलाये जाने की है तैयारी,
लखनऊ सहित पूरे प्रदेश के 14 जिलों के लिए 700 बसें संचालित किए जाने की योजना है। प्रत्येक इलेक्ट्रिक एसी बस की कीमत करीब 45 लाख रुपया बतायी जा रही है। लखनऊ में 100, कानपुर में 100, आगरा में 100, प्रयागराज में 50, वाराणसी में 50, मेरठ में 50, मथुरा-वृंदावन में 50, गाजियाबाद में 50 ई-बसें चलाए जानी हैं। इसी के साथ गोरखपुर में 25, शाहजहांपुर में 25, मुरादाबाद में 25, बरेली में 25, अलीगढ़ में 25, झांसी में भी 25 ई- बसें चलाए जाने की तैयारी है।