अपराधियों के सीने भेद रही एसटीएफ की गोलियां ….1590 ऑपरेशन में 31 कुख्यात बदमाश हुए ढेर, 4060 गिरफ्तार किए गए, 5 आतंकी पकड़े गए
यूपी एसटीएफ की गोलियां अब बदमाशों के पैरों को नही सीने को भेद रही हैं। चार साल से एक्टिव मोड में चल रही एसटीएफ ने ऑपरेशन शूटआउट में 31 कुख्यात अपराधियों को ढेर किया है। इसी कड़ी में यूपी से एमपी तक आतंक का पर्याय बने कुख्यात डकैत गौरी यादव को शनिवार तड़के एसटीएफ ने मार गिराया।
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यस के मुताबिक साढ़े चार साल के दौरान एसटीएफ ने अपराधियों के खिलाफ 1590 ऑपरेशन किए। इसमे 4060 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए बदमाशो में 2538 संगठित अपराधों से जुड़े हुए थे। 560 ऐसे अपराधी थे जिन्हें पकड़ने के लिए जिले या प्रदेश स्तर से इनाम घोषित थे। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में 31 बदमाश मारे भी गए हैं। देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले आतंकी संगठनों के 5 अपराधी भी एसटीएफ के हत्थे चढ़े।
333 घटनाओं को होने से पहले ही पकड़े गए बदमाश
एडीजी ने बताया कि एसटीएफ की सक्रियता से 333 घटनाएं होने से बच गयी। लूट, डकैती, हत्या और अपहरण जैसी वारदात को अंजाम देने से पहले ही बदमाश ट्रेस करके पकड़ लिए गए। साइबर अपराधोे पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 303 साइबर अपराधियों की भी गिरफ्तारी हुयी है। उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर तक प्रदेश भर में 53 फर्जी शिक्षक पकड़े गए, जो गलत तरीके से नियुक्ति पाकर नौकरी कर रहे थे।
13.60 करोड़ की अवैध शराब और स्प्रिट बरामद हुई
मादक पदार्थों की धर-पकड़ के लिए चलाए गए अभियान में 528 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसमे लगभग सवा चार सौ करोड़ रूपये से अधिक की मादक सामग्री बरामद हुयी है। इसके अलावा अवैध शराब की तस्करी में लिप्त 398 अपराधियों को गिरफ्तार कर इनसे 65914 पेटी शराब (लगभग 9.5 करोड़ रूपये), 328416 लीटर (लगभग 4.10 करोड़ रूपये) की रेक्टिफाइड स्प्रिट व 7560 लीटर देशी शराब बरामद की गयी है। 95 वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर लगभग 210 किलोग्राम वन्यजीव सामग्री और प्रतिबन्धित पक्षियो आदि की बरामदगी की गयी है।
इस साल एसटीएफ से मुठभेड़ में मारे गए अपराधी
10 सितंबर: गोरखपुर की गगहा में मुठभेड़ में एक लाख का कुख्यात अपराधी विजय प्रजापति ढेर किया गया। पुलिस से घिरता देख विजय फायरिंग कर भाग रहा था। पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग में घायल होने के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
7 जून: गोरखपुर में STF ने शॉर्प शूटर परवेज अहमद को एनकाउंटर में मार गिराया। उस पर एक लाख रुपए का इनाम था। परवेज अंडर वर्ल्ड डॉन छोटा राजन और खान मुबारक का राइट हैंड माना जाता था। उसे नकली करेंसी के कारोबार का बादशाह भी कहते थे। परवेज नेपाल से पूरे यूपी में वसूली का सिंडिकेट चलाता था।
28 अक्टूबर: माफिया मुख्तार अंसारी का शॉर्प शूटर आजमगढ़ निवासी अलीशेर और उसका साथी कामरान एसटीएफ की गोली से ढेर हुए। दोनों लखनऊ में एक व्यापारी नेता की हत्या करने आये थे।