चंबल पुल पर 5 घंटे चला मेंटेनेंस:पुल के पिलर का टूटा बैरिंग बदला गया, यातायात रहा ठप, घंटों जमा में फंसे रहे यात्री
भिंड जिले को यूपी सीमा से जोड़ने वाला चंबल पुल के पिलर में पिछले कुछ दिनों से तकनीकी खराबी आई है। पुल के पिलर क्रमांक छह का बैरिंग टूटा था। यह बैरिंग बदले जाने को लेकर मंगलवार को 5 घंटे सुधार कार्य चला। इस वजह से लंबा जमा लग गया। यात्री बस घंटों जाम में फंसी रहीं। यात्रियों को इस दौरान खासी परेशानी झेलनी पड़ी। वे भूखे-प्यासे बसाें में बैठे रहे।
दीपावली उत्सव में भाग लेने के लिए यात्री मंगलवार को बढ़ी तादाद में बसों से अपने घरों की ओर रवाना हुए। यात्री उस समय परेशानी में पड़ गए जब वे चंबल पुल पर पहुंचे। यहां इटावा की ओर से दिल्ली, लखनऊ, भरतना, मौनपुरी, कानपुर समेत अन्य शहरों से आकर जाम में फंस गई। वहीं भिंड की ओर से इटावा की तरफ से भोपाल, इंदौर, झांसी, शिवपुरी, गुना समेत अन्य शहरों से जाने वाले वाहन जाम में फंसे रहे। इन बसों में बूढ़े, बच्चे और महिलाएं समेत युवा जाम खुलने का इंतजार करते रहे। यहां जाम चंबल की बीहड़ में होने की वजह से यात्रियों को पूरे समय भूखे-प्यासे बसों में बैठे रहना पड़ा।
इंजीनियरों ने बदला टूटा बैरिंग
चंबल पुल पर सुबह चार बजे से जाम लगने लगा था। सुबह 10 बजे एनएच के इंजीनियर दल बल के साथ पुल पर पहुंचे। उन्होंने हैवी वाहनों को पूरी तरह से पुल पर प्रतिबंधित किया और सुधार कार्य शुरू कर दिया। इस तरह से दोपहर 3 बजे तक सुधार कार्य चलता रहा। सुधार कार्य पूरा होने के बाद पुल को आवाजाही के लिए खोला गया। पुल पर जमा लंबा लगने की वजह से फूप पुलिस ने वाहनों का रूट परिवर्तित किया। छोटे वाहनों को चंबल पुल की तरफ जाने से रोकते हुए भदाकुर तिराहे की ओर मोड़ा। यहां से वाहन हनुमंतपुरा होते चकन नगर होते हुए लखना हाईवे पर पहुंचे। यहां से वे लखनऊ व इटावा की ओर निकले। इस तरह यात्रियों को लंबा सफर तय करना पड़ा।
8 से 10 KM पैदल किया सफर
जमा में फंस कई यात्री ऐसे थे जो उदी व फूप के आस पास के रहने वाले थे। ऐसे यात्रियों ने लंबे समय तक जाम में फंसकर बस में बैठने की अपेक्षा यात्री पैदल ही निकल पड़े। वे आठ से दस किलोमीटर पैदल चले। मंगलवार को लगने वाला जाम फूप की तरफ टोल प्लाजा तक वाहन खड़े हो गए।
हैवी वाहनों से पुल को खतरा
नेशलन हाईवे के एई (इटावा) उदय सिंह का कहना है कि पुल के नजदीक चेकिंग करने से हैवी वाहन पुल पर खड़े होते है। ओवर लोडिड हैवी वाहनों से पुल को खतरा बना हुआ है। यूपी व एमपी प्रशासन को इस पर ध्यान देना होगा।