गुना सड़क हादसे की दर्दनाक दास्तां …..टक्कर में 3 फीट अंदर तक चिपक गई ड्राइवर की दूसरी तरफ की सीट; नींद में ही फंसे 3 लोग जिंदा जले
गुना में शुक्रवार को नेशनल हाईवे 46 पर इंदौर के परिवारों के साथ हुए भीषण हादसे की दर्दनाक स्थिति सामने आई है। हादसे में जिंदा जले तीनों बस की आगे वाली सीटों पर बैठे हुए थे। उसी तरफ से मिनी बस कंटेनर में जा घुसी। बस का 3 फीट का हिस्सा पूरी तरह चिपक गया। सीट पर बैठे तीनों लोगों का शरीर बुरी तरह से फंस गया था। यही वजह रही कि बस में आग लगने के बाद वह बाहर नहीं निकल पाए और आग में जिंदा जल गए। घटना के बाद केवल उनके जले हुए अवशेष ही मिले।
इंदौर के नागरिक जिस बस से मथुरा के लिए निकले, वह 22 सीटर बस थी। उसमें आगे कैबिन नहीं होता है। गेट के बिल्कुल करीब से ही सीट शुरू हो जाती हैं। चांचौड़ा SDM वंदना राजपूत ने बताया कि सड़क की दायीं ओर कंटेनर खड़ा हुआ था। तेज रफ्तार बस उसके पिछले हिस्से में भिड़ गई। सवारी लेफ्ट साइड ही बैठी हुईं थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ड्राइवर की सीट तीन फीट आगे तक निकल गई।

वहीं सवारी तरफ की सीट एक-दूसरे से चिपक गई। सुबह का समय होने के कारण सवारी सोई हुई रही होंगी, जिस वजह से उन्हें किसी चीज का अंदाजा तक नहीं लग पाया। कंटेनर में लाल मिट्टी (गेरू) भरी हुई थी। इस वजह से उसमे काफी ज्यादा वजन था। एक यह भी वजह रही कि बस उसमे पीछे से भिड़ी और उसका आधा हिस्सा चिपक गया। जोरदार टक्कर की वजह से इंजन में आग लगी और पूरी बस खाक हो गयी।
ड्राइवर पर मामला दर्ज
घटना के बाद अज्ञात ट्रक चालक पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। ट्रक चालक ने बिना इंडिकेटर और लाइट जलाए सड़क किनारे ट्रक को खड़ा कर दिया था। घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया था। इंदौर निवासी सुभाष शर्मा की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। ट्रक इंदौर की श्री नवीन ओरिएंट स्पीड सर्विस के नाम से रजिस्टर्ड है। SP राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि हाईवे पर किनारे सड़क किनारे ट्रक खड़ा हुआ था। किनारे पर वाहन खड़े नहीं किये जाने चाहिए। अलसुबह का समय होने और ट्रक की लाइट-इंडिकेटर बंद होने के कारण बस चालक को ट्रक दिखाई नहीं दिया होगा।
इंदौर की द्वारकापुरी में रहने वाले सुभाष शर्मा ने मौके पर रिपोर्ट किया कि वह लोग 4 नवंबर की रात करीब 1 बजे इन्दौर से मथुरा वृन्दावन की ओर निकले थे। सभी लोग किराये की ट्रेवलर गाड़ी क्रमांक MP 09 FA 9048 से सब परिवार वाले बैठकर वृंदावन जा रहे थे। मिनी बस को नीतेश नामक लड़का चला रहा था। परिवार वाले बड़े बच्चों सहित 27 लोग थे। शुक्रवार सुबह जैसे ही बीनागंज के थोड़ा आगे पहुंचे तो एक ट्रक बिना किसी रिफ्लेक्टर और इंडीकेटर या अन्य सुरक्षा साधन के ट्रक को बीच रोड़ पर खड़ा रखा हुआ था।
इस कारण मिनी बस ट्रक में पीछे से जा घुसी। हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई। ट्रक चालक ने इस बात की जानकारी होते हुए कि उसने बिना किसी रिफ्लेक्टर , इन्डीकेटर या सुरक्षा साधन के जानबूझकर ट्रक को बीच रोड़ पर खड़ा कर दिया और यह जानते हुए कि उसके इस तरह ट्रक खड़ा करने से किसी की मौत भी हो सकती है उसने फिर भी ऐसा कृत्य किया जिस कारण एक्सीडेंट हुआ और तीन रिश्तेदारों की मौत हो गयी। पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।