ग्वालियर :ग्वालियर में अवैध हथियार का अवैध बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इसकी वजह अब सिर्फ अपराधी नहीं हैं, बल्कि स्कूल और कालेज में पढ़ने वाले वह छात्र और ऐसे युवक-युवती भी हैं जिन्हें हथियार के साथ फोटो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड करने की दीवानगी है। इनका यह शौक इन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा रहा है। ग्‍वालियर में तेजी से बढ़ रहा अवैध हथियार का चलन खतरनाक है, क्योंकि पहले किशोर और युवकों में ही हथियार का शौक देखने को मिलता था। अब ग्वालियर की युवतियां, किशोरियां भी इस खतरनाक शौक को पाल रही हैं। लगातार ग्वालियर में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें अवैध हथियार के साथ फोटो, वीडियो अपलोड करने वाले छात्र और छात्राएं पकड़े गए। अब बड़ा सवाल है, आखिर स्कूल और कालेज के इन छात्रों को इतनी आसानी से यह अवैध हथियार उपलब्ध कैसे हो रहे हैं, इससे पूरे सिस्टम पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर क्यों नहीं रुक रहा अवैध हथियार का यह काला कारोबार, इसके पीछे कहां फेल है पुलिस का तंत्र।

इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल हुए, अवैध हथियार के साथ और गोली चलाते भी कई वीडियो वायरल हुए। पुलिस ने हथियार का प्रदर्शन करने वालों को तो पकड़ा, लेकिन इन्हें अवैध हथियार उपलब्ध कहां से हुआ, इस चेन को तोड़ने में पुलिस नाकाम रही। इसलिए शहर के युवाओं को अवैध हथियार सप्लाय करने वाले किसी भी बड़े गिरोह तक पुलिस नहीं पहुंच पाई।

पिछले साल से ज्यादा पकड़े अवैध हथियार, यानी बढ़ी डिमांड

……. तीन साल में अवैध हथियार के आंकड़ों का विश्लेषण किया। सामने आया इस साल सबसे ज्यादा अवैध हथियार पकड़े गए, यानी अवैध हथियारों की डिमांड बढ़ी।

– 2020 में पुलिस ने 446 अवैध हथियार पकड़े, 2021 में 370 और 2022 में जनवरी से दिसंबर माह के बीच 489 अवैध हथियार पकड़े।

– पुलिस इसे सफलता तो मान रही है, लेकिन अधिकारियों को यह भी समझना होगा कि अवैध हथियार का कारोबार भी शहर में तेजी से बढ़ रहा है। क्योंकि पहले अवैध हथियार सिर्फ अपराधी ही खरीदते थे, अब शौक युवाओं में अधिक बढ़ गया है।

– अवैध हथियार की खरीद-फरोख्त पर रोक नहीं लगी, इसके कारण हत्या के प्रयास के ज्यादा कमी नहीं आई। पिछले साल 111 घटनाएं हुई, जबकि 2022 में 110 घटनाएं हुई हैं। ़- 2022 में 25 वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें हथियारों का प्रदर्शन करते युवक नजर आए। इन मामलों में पुलिस ने एफआइआर की, यह लोग गिरफ्तार भी हुए। इसमें तीन मामलों में युवतियां और किशोरियां शामिल थीं।

– ग्वालियर में एक युवती का इंटरनेट मीडिया पर वीडियो बहुप्रसारित हुआ, वह हथियारों के साथ वीडियो बहुप्रसारित करती थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे पकड़ा। यह लेडी डान के नाम से मशहूर है।

– उपनगर ग्वालियर में रहने वाली एक किशोरी ने कट्टे के साथ फोटो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया। जब पकड़ी गई तो बोली- उसके दोस्त ने कट्टा दिया था। ़नि गदाईपुरा में रहने वाले अंशू माहौर ने कट्टे और सिगरेट के साथ अपना बहुप्रसारित किया।