Air Pollution: अभी भी गंभीर हालत में दिल्ली की हवा, AQI 600 के पार पहुंचा; NCR समेत कई शहर चपेट में आए

दिवाली की रात हुई जमकर आतिशबाजी के बाद यहां का प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. वहीं, ज्यादातर इलाकों में धुंध छाई हुई हैं.

देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत पूरे देशभर में धूमधाम से दिवाली (Diwali) का त्योहार मनाया गया. इस दौरान बैन के बावजूद राजधानी समेत सभी शहरों में खूब पटाखों की आतिशबाजी (Crackers)की गई. पूजा करने के बाद लोग सड़कों पर या फिर अपनी छतों पर पटाखे चलाते हुए नजर आए. वहीं, देर रात तक कई शहर पटाखों की आवाज से गूंज रहे थे. लेकिन दिवाली की रात को जिस तरीके से दिल्ली की आबोहवा में आतिशबाजी ने प्रदूषण फैलाया. उसे देखकर कहा जा सकता है कि राजधानी में खुलेआम नहीं पर गुपचुप तरीके से जम कर पटाखों की बिक्री हुई.कई इलाकों में AQI 600 के आंकड़ो को पार कर गया है.

दरअसल, राजधानी में 1 जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद साउथ दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम 7 बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए. वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में उच्च-तीव्रता के पटाखे जलाए गए. हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था.

दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचा

 

वायु गुणवत्ता सूचकांक कई इलाकों में 600 के पार पहुंचा

 

दिवाली पर हुई आतिशबाजी से कई जगह AQI खतरनाक स्तर पर

वहीं, विशेषज्ञों ने पूर्वानुमान जताया है कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों, पराली जलाने, पटाखे जलाए जाने और अन्य स्थानीय कारकों के चलते मध्यरात्रि तक दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर की श्रेणी के करीब पहुंच सकता है. ऐसे में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि राजधानी में कोहरे के चलते सुबह के समय इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और सफदरजंग हवाई अड्डे पर 600-800 मीटर के दायरे में कम दृश्यता रही.

दिल्ली NCR के कई इलाके आए चपेट में

बता दें कि एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में प्रदूषण एक बार फिर अपने टॉप पर पहुंच गया है. वहीं, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में AQI 500 के पार पहुंच गया है, जोकि गंभीर श्रेणी में आता है. जहां जनपथ में PM 2.5 की सांद्रता 655.07 थी. पूरी दिल्ली सुबह-सुबह गैस के चैंबर में तब्दील हुई नजर आई जिसके बाद यहां कई लोगों ने गले में खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की है. केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, रविवार शाम (7 नवंबर) तक हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा. फिलहाल सुधार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में उतार-चढ़ाव करेगा.

वाराणसी में बेहद जहरीली हुई हवा

गौरतलब है कि दिवाली पर बनारस में वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही. जहां सामान्य तौर पर 6 गुना ज्यादा वायु प्रदूषण से शहर के लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया. वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से भेलूपुर, मलदहिया, बीएचयू और अर्दली बाजार में एयर एंबियंट क्वालिटी मशीन लगाई गई है. ऐसे में बीते शुक्रवार को यह क्रमश: 227, 230, 256 और 292 दर्ज किया गया. PM 2.5 का अधिकतम स्तर गुरुवार को 384 तो शुक्रवार को 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. वहीं, PM-10 का अधिकतम स्तर दिवाली पर 310 रहा, जो शुक्रवार को बढ़कर 500 माइक्रेग्राम प्रति घन मीटर पहुंच गया.

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