UP Assembly Election 2022: ललितपुर विधानसभा सीट पर अभी तक नहीं चली साइकिल, 2017 से भाजपा का कब्जा
ललितपुर विधानसभा सीट पर अभी तक सपा का खाता नहीं खुला है. 2017 में भाजपा के रामरकन ने जीत दर्ज की थी.
ललितपुर विधानसभा सीट (Lalitpur Assembly Seat) पर समाजवादी पार्टी के लिए अच्छा अनुभव नहीं रहा है. अभी तक ललितपुर सदर सीट पर समाजवादी पार्टी खाता नहीं खोल सकी है. जबकि बीजेपी बीएसपी कई बार जीत हासिल की है. इस सीट पर दलित और कुशवाहा समाज के सबसे ज्यादा वोट हैं. दोनों जातियों को मिलाकर एक लाख से ज्यादा वोट हैं. जो किसी भी राजनीतिक दल के प्रत्याशी की जीत का समीकरण तय करते हैं. कुशवाहा समाज के वोटों की संख्या ज्यादा होने के चलते हैं अभी तक ज्यादातर कुशवाहा विधायक हुए हैं.
सीट का इतिहास
ललितपुर विधानसभा सीट (Lalitpur Assembly Seat) पर 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है. वहीं इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी राम रतन ने सपा के प्रत्याशी को 68255 मतों के भारी अंतर से हराया. इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राम रतन कुशवाहा 156942 मत प्राप्त हुए थे. जबकि समाजवादी पार्टी प्रत्याशी ज्योति सिंह को 115718 मत प्राप्त हुए थे. बहुजन समाज पार्टी को 115276 मत प्राप्त हुए थे. सपा और बसपा के बीच मतों में लगभग 500 वोटों का फर्क रहा.
इस सीट पर 2012 में बहुजन समाज पार्टी के रमेश प्रसाद कुशवाहा की जीत हुई थी. उन्हें 79797 मत प्राप्त हुए थे. जबकि समाजवादी पार्टी के चंद्र भूषण सिंह दूसरे नंबर पर थे. 2007 में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में इंजीनियर नाथूराम कुशवाहा की जीत हुई. उन्होंने समाजवादी पार्टी के भूपेंद्र सिंह बुंदेला को 19800 मतों से हराया. जबकि 2002 में कांग्रेस पार्टी के वीरेंद्र सिंह बूंद विजई रहे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के तिलक यादव को हराया. 1996 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में अरविंद कुमार जैन की जीत हुई. भाजपा को इस सीट पर 21 साल बाद दूसरी जीत मिली है.
जातीय आकंड़ा
ललितपुर विधानसभा सीट (Lalitpur Assembly Seat) में 57 हजार अहिरवार, 62 हजार कुशवाहा वोट और 20 हजार वंशकार तथा 20 हजार हरिजन मतदाता है. मतलब कुशवाहा और हरिजन वोटों को मिलाकर 170000 वोट पिछड़े और दलित समाज के हैं जो किसी भी दल की जीत बड़ी भूमिका अदा करते है.
कुल मतदाता – 390258
पुरुष मतदाता – 207402
महिला मतदाता – 182856