गो तस्करों को गोली मारने वाले SHO की चिट्ठी:गाजियाबाद में तैनात त्यागी बोले- मेरा मनोबल टूट चुका है, मैं काम करने की हालत में नहीं हूं
गाजियाबाद के लोनी में 11 नवंबर को पुलिस की गो तस्करों से मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ की खास बात ये थी कि सभी तस्करों को पैर में एक ही जगह गोली लगी थी। घायल तस्करों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो एक दिन बाद ही 12 नवंबर को SSP ने मुठभेड़ करने वाले SHO राजेंद्र त्यागी को चार्ज से हटा दिया था।
अब SHO ने थाने की जनरल डायरी (GD) में लिखा है कि नियमानुसार कार्रवाई करने के बावजूद मेरा ट्रांसफर किया गया है। इससे मेरा मनोबल टूटा है। मैं काम करने की स्थिति में नहीं हूं। BJP विधायक समेत तमाम हिन्दू संगठनों के लोग SHO पर हुई कार्रवाई के खिलाफ खड़े हो गए हैं। मामले में उन्होंने CM को पत्र भेजा है।
SHO ने क्या लिखा
13 नवंबर को लोनी बॉर्डर थाने का चार्ज छोड़ने से पहले एसएचओ राजेंद्र त्यागी ने रात 10.38 बजे थाने की जनरल डायरी में एक तस्करा डाला है। इसमें राजेंद्र त्यागी ने लिखा है – एसएसपी के आदेश के अनुपालन में चार्ज भार वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप शर्मा के सुपुर्द किया जाता है। अपनी रवानगी के अनुपालन में चार्ज भार छोड़ते हुए अपने मूल पते पर रवाना होता है।
महोदय अवगत कराना है कि मेरे द्वारा दिनांक 11 नवंबर को गोकशों से मुठभेड़ मेरे व टीम के द्वारा की गई थी। जिसमें 7 गोकशों के पैर में गोली लगी थी। गाय कटी व उपकरण बरामद हुए थे। इसमें मेरे द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की गई थी। मुझे लगता है कि मेरा ट्रांसफर इसी कारण से किया गया है जिससे मेरा मनोबल काफी टूट चुका है।
इस समय नौकरी करने की स्थिति में नहीं हूं। मुझ पर आज तक कोई भी आरोप नहीं लगा है और न ही मेरी जांच किसी भी जनपद में लंबित है। मेरा चरित्र रोल पर वार्षिक मंतव्य उत्कृष्ट श्रेणी का रहा है। इस घटना में उच्चाधिकारी द्वारा पहले जांच कराई जानी चाहिए थी। किंतु मेरा अल्पसमय में स्थानांतरण होने के कारण मेरा मनोबल काफी टूट चुका है। प्रार्थी नौकरी करने की स्थिति में नहीं है। अत: महोदय से निवेदन है कि प्रार्थी को कुछ समय के लिए नौकरी से कार्यमुक्त करने की कृपा करें। प्रार्थी पर कोई पेंडेंसी शेष नहीं है। प्रार्थी को कुछ समय के लिए मानसिक परिस्थिति से रिकवर के लिए कार्यमुक्त करने की कृपा करें।
हाजीपुर बेहटा के गोदाम में पकड़ी थी गोकशी
लोनी बॉर्डर थाने के SHO राजेंद्र त्यागी के अनुसार, 11 नवंबर की सुबह 6.10 बजे उन्हें गोकशी की सूचना मिली। गांव हाजीपुर बेहटा के एक गोदाम पर छापेमारी की गई। यहां गो तस्करों ने गोलियां चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की ओर से 13 राउंड फायर हुए। इसमें 7 गो तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हो गए। दो फरार हो गए। यहां से जिंदा व मृत गोवंश बरामद हुए। पुलिस के मीडिया सेल ने जो फोटो जारी किए, उसमें सभी घायल गो तस्करों के पैर में एक ही जगह पर गोलियां लगी हुई थी। यह फोटो खूब वायरल हुई। इसे लेकर गाजियाबाद पुलिस ट्रोल भी हुई।
हिन्दू संगठनों ने SHO को किया था सम्मानित
12 नवंबर को लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर समेत तमाम हिन्दू संगठनों ने थाने पर पहुंचकर SHO राजेंद्र त्यागी को सम्मानित किया। शाम को ही SSP के मीडिया सेल से एक ट्रांसफर सूची जारी हुई। इस सूची के अनुसार, राजेंद्र त्यागी को लोनी बॉर्डर थाने से हटाकर इंदिरापुरम थाने में इंस्पेक्टर क्राइम बना दिया गया।
SHO के पक्ष में आए नंदकिशोर गुर्जर व नरसिंहानंद गिरि
इस पूरे मामले में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने एक पत्र अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और गाजियाबाद एसएसपी को भेजा है। पत्र में विधायक ने कहा है कि एनकाउंटर करने वाले SHO का तबादला करके अधिकारियों ने उन्हें अपमानित करने का काम किया है। इससे गो तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे पुलिसकर्मियों का मनोबल गिरा है।
विधायक ने एसएचओ का तबादला निरस्त करने की मांग की है। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि ने भी इस मामले में मुख्यमंत्री को ट्वीट करके कहा है कि एसएचओ राजेंद्र त्यागी का तबादला करके मुसलमान माफिया सलीम पहलवान व अन्य गो तस्करों को खुली छूट देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें।