जानें क्यों होती है पुरुषों में मैन बूब्स की दिक्कत? एक्सपर्ट बता रहे हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें

कई पुरुष शरीर से सुडौल होने के बावजूद देखने में बेहद असामान्य नजर आते हैं। जब वे फिटिंग वाले कपड़े पहनते हैं, तब उनके उभरे ब्रेस्ट नजर आते हैं। क्या है ये समस्या? इस बारे में हमने बात की गाइनेकोमैस्टिया कॉस्मेटिक एंड प्लास्टिक सर्जन डॉ. अजय कश्यप से।

क्या है मेल ब्रेस्ट?

डॉ. कश्यप के मुताबिक मेल ब्रेस्ट, जिसे मैन बूब्स और गाइनेकोमैस्टिया भी कहा जाता है, इससे देश-दुनिया के 50 से 60% तक पुरुष अपने जीवन में कभी न कभी गुजरते हैं। उम्र के अलग-अलग पड़ाव में इसके होने की गुंजाइश बनी रहती है। पहला स्टेज 14 साल तक की उम्र का होता है। समय के साथ 19 से 20 साल तक की उम्र तक आते-आते ये खुद ही ठीक हो जाते हैं। इसके कारण पर बात करते हुए डॉक्टर ने बताया कि ऐसा होने की सबसे बड़ी वजह हार्मोनल बदलाव होता है।

किन पुरुषों में देखे जाते हैं मैन बूब्स?

हर महिला और पुरुष में लोकल टिश्यू (मेल-फीमेल टिश्यू) उनके जेंडर के आधार पर होते हैं। जिन पुरुषों में फीमेल टिश्यू ज्यादा होते हैं, उनमें ज्यादातर मैन बूब्स देखे जाते हैं। पुरुषों के शरीर में जब टेस्टोस्टेरोन (मेल हॉर्मोन) की कमी होती है और एस्ट्रोजेन (फीमेल हॉर्मोन) बढ़ने लगता है, तब उनमें मेल ब्रेस्ट की समस्या देखी जाती है।

डॉ. कश्यप के मुताबिक ऐसा होने के पीछे लोकल टिश्यू एक बड़ी वजह है। इसके अलावा पुरुषों में स्टेरॉयड, मारिजुआना और अल्कोहल लेने की आदत भी इस समस्या का कारण हो सकती है। कई बार दवाओं के रिएक्शन की वजह से भी पुरुषों के ब्रेस्ट का साइज बढ़ जाता है।

किन चीजों से दूर रहना है जरूरी?

हार्मोनल चेंज पूरी तरह से हमारे कंट्रोल में नहीं होता है, फिर भी डेली डाइट और रूटीन हॉर्मोन को कुछ हद तक प्रभावित करते हैं, इसलिए हर उस फूड से बचने की कोशिश करें, जिसके इन्जेक्टेड होने की गुंजाइश हो। डॉ. के मुताबिक, आजकल बाजार में सब्जियों से लेकर फल तक, हर चीज अपने असली आकार से दो-तीन गुना बड़े साइज में मिलती है। इनका साइज बढ़ने की वजह इंजेक्शन ही होता है, इसलिए ऐसी चीजों को खाने से बचने की जरूरत है। साथ ही पुरुषों को टोफू भी कम से कम खाना चाहिए। इसमें फीमेल हॉर्मोन होते हैं, जो महिलाओं के लिए फायदेमंद, लेकिन पुरुषों के लिए बुरे साबित होते हैं। इससे इतर एसिडिटी की कुछ दवाइयां और मीट भी पुरषों के ब्रेस्ट बढ़ने की वजह बनते हैं।

इससे बचने के क्या हैं उपाय?

इस स्थिति में कई पुरुष आत्मविश्वास खो देते हैं, पब्लिक प्लेस में नर्वस महसूस करते हैं, मनचाहे कपड़े पहनने से कतराते हैं। ऐसे में आपको आत्मविश्वास खोने की जरूरत नहीं है। डॉ. के मुताबिक, अगर बच्चों में ये लक्ष्ण नजर आ रहे हैं, तो उनके खान-पान का ध्यान रखें और सब्र से काम लें। आज कल की डाइट में जंक फूड इस हद तक शामिल होता है कि बच्चे-बड़े सभी कई तरह की बीमारियों और मोटापे का शिकार होते हैं। बच्चों में छोटी उम्र में शुरू हुई मेल ब्रेस्ट की दिक्कत एक अंतराल के बाद खुद ही खत्म हो जाती है। लंबे इंतजार के बाद अगर समस्या ठीक नहीं होती, तो स्पेशलिस्ट से मिलें। अगर समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, तो डॉक्टर की सलाह और सुपरविजन में वेजर या थर्मी ब्रेस्ट ट्रीटमेंट ले सकते हैं। वेजर में ब्रेस्ट के पास छोटा सा कट लगाकर फैट और टिश्यू को निकाला जाता है, जबकि थर्मी में बिना कट लगाए ही समस्या दूर की जाती है। अच्छी जगह से ट्रीटमेंट लेने के लिए अमूमन इसका खर्च एक लाख रुपए तक आ सकता है। ये पूरी तरह पेशेंट की स्थिति पर निर्भर करता है।

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