स्वच्छ सर्वेक्षण 2022:क्वालिटी काउंसिल करेगी तिमाही का आकलन सफाई न होने से जगह-जगह लगे कचरे के ढेर
- रैंकिंग में पिछड़ने के बाद भी नहीं सुधरे हालात, कचरा सेंटर से स्टाफ नदारद मिला
केंद्र सरकार के शहरी मामलों के मंत्रालय ने साल 2022 के स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) की नियुक्ति कर दी है। क्यूसीआई स्वच्छ सर्वेक्षण के प्रथम, द्वितीय एवं त्रैमासिक मूल्यांकन का काम देखेगी। स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) नगरीय प्रशासन एवं विकास के उप संचालक नीलेश दुबे ने सभी नगर पालिक निगम के आयुक्त, नगर पालिका परिषद एवं नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को एक पत्र भेजा है। उन्होंने नगर निगम में काम करने वाले सभी सफाई कर्मचारी और अधिकारियों की पूरी जानकारी मांगी है।
इधर नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ने कचरा सेंटर (एफसीटीएस) की निगरानी और संचालन के लिए जिम्मेदारी दे दी है। नोडल अधिकारी श्रीकांत कांटे ने नारायण विहार कचरा सेंटर का निरीक्षण किया। वहां पर आयुक्त के आदेश के मुताबिक स्टाफ नहीं मिला। शहर में सोमवार को भी कई जगह कचरा कलेक्शन का काम नहीं हुआ। इस वजह से सड़कों पर कचरे के ढेर नजर आए।
जहां केंद्र सरकार ने साल 2022 के सर्वे की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं नगर निगम अपने संसाधनों काे को ठीक से संचालित नहीं कर पा रहा है। इसका उदाहरण नारायण विहार कचरा सेंटर हैं। यहां पर सोमवार को निरीक्षण के दौरान कांटे को दो हेल्पर ही मिले थे।
सुपरवाइजर बीमार होने के कारण अनुपस्थित थे। उन्होंने प्रभारी वेदप्रकाश निरंजन से कचरा सेंटर चालू करने को कहा है। डिपो प्रभारी गौरव परिहार से हुक लोडर का चालक और सभी टिपर वाहन कचरा सेंटर पर पहुंचाने को कहा है।
315 वाहन हैं नगर निगम के पास
- झाड़ू लगाने और कचरा उठाने वाली टीम में कोई तालमेल नहीं है। नतीजा झाड़ू लगती भी है तो कचरा नहीं उठता।
- 423 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सफाई के लिए नगर निगम में 3000 सफाईकर्मी हैं।
कंट्रोल रूम से नजर रखने की तैयारी
निगम ने मुख्यालय की इमारत की तीसरी मंजिल पर कंट्रोल रूम बनाया हुआ है। पिछले साल के सर्वे में स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में मर्ज हो गया था। अब फिर से इसे चालू करने की तैयारी है। सोमवार को स्वच्छता शाखा के अपर आयुक्त अतेंद्र सिंह गुर्जर ने नोडल अधिकारी श्रीकांत कांटे के साथ उक्त स्थल का निरीक्षण किया।
नहीं उठ रहा कचरा, न गाड़ी पहुंच रही
रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को डोर-टू-डोर कचरा वाहन और सेकेंड्री वेस्ट के वाहन निकले, लेकिन इसके बाद भी कई जगह घरों तक वाहन नहीं पहुंच सके। कचरा कलेक्शन नहीं होने से लोगों ने सड़कों के किनारे ही कचरा फेंक दिया। इस वजह से शहर के कई क्षेत्रों में कचरा सोमवार को भी पड़ा रहा। निगम ने शाम तक 400 टन कचरा कलेक्शन किया। जबकि रविवार को भी इतना ही कचरा उठ नहीं सका था।
एक ही वार्ड में 22 सफाई मित्र अनुपस्थित मिले एएचओ को नोटिस
ग्वालियर| स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने के बाद नगर निगम के अधिकारी एक बार फिर मैदान में निकलने लगे हैं। सोमवार को उपायुक्त सतपाल सिंह चौहान ने निरीक्षण किया। इसमें 22 सफाई कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सभी का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए। साथ ही एएचओ पवन धवल को नोटिस जारी किया है।
उपायुक्त चौहान ने बताया कि वार्ड 5 में 22 सफाई मित्र अपने कार्य पर अनुपस्थित पाए जाने पर वेतन काटने को कहा गया है। यहां के डब्ल्यूएचओ रवि गौरी और सेनेटरी इंस्पेक्टर गौरीदास विहारी को उनके मूल पद सफाई मित्र बनाकर वार्ड 55 में पदस्थ किया है। क्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारी को भी नोटिस किया है।
निगमायुक्त किशोर कन्याल ने कहा कि स्वच्छता के कार्य में लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने निर्देशित किया है कि सभी अपर आयुक्त सुबह के समय क्षेत्र में भ्रमण कर सफाई व्यवस्था को देखें। वहीं शहर में कचरा 100% कलेक्शन करने का दावा करने वाले जिम्मेदार ही कचरे में आग लगवा रहे हैं। ऐसा एक ताजा मामला सोमवार को शब्द प्रताप आश्रम का सामने आया है।