भोपाल में जहर खाने वाला पूरा परिवार खत्म …… पांचवें दिन व्यापारी की पत्नी ने भी दम तोड़ा; पति-पत्नी ने कहा था- 7 और लोगों से लिया था कर्ज
भोपाल में सूदखोरों से तंग आकर जहर खाने वाले ऑटो पार्ट्स व्यापारी का हंसता-खेलता परिवार 5 दिन में खत्म हो गया। पहले दो बेटियों, मां और फिर व्यापारी ने दम तोड़ा। सोमवार सुबह पत्नी अर्चना की भी मौत हो गई। मरने के पहले व्यापारी संजीव जोशी और उनकी पत्नी अर्चना के बयान हो गए थे।
दंपती के बयानों के आधार पर पुलिस ने सूदखोर गैंग की सरगना बबली दुबे उसकी बेटी रानी दुबे, सगी बहनें उर्मिला खांबरा और प्रमिला बेलदार को गिरफ्तार किया था। चारों को रविवार को जेल भेज दिया गया। एएसपी राजेश सिंह भदौरिया का कहना है कि अर्चना और संजीव ने 5 से 7 और लोगों से रुपए उधार लिए थे, लेकिन उनके द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात दंपती ने बयानों में नहीं कही।
बबली, रानी, उर्मिला और प्रमिला द्वारा ही प्रताड़ित किए जाने की बात बयानों और सुसाइड नोट में है। हम सभी बिंदुओं और परिवार से जुड़े लोगों के बयान ले रहे हैं। इससे पहले शनिवार सुबह संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा की मौत हो गई थी। रात में संजीव ने भी दम तोड़ दिया था। शुक्रवार को छोटी बेटी पूर्वी और मां नंदनी जिंदगी की जंग हार चुकी थीं।
यूं साथ छोड़ते गए परिवार के एक-एक सदस्य
- 25 नवंबर: रात 10 बजे संजीव जोशी के परिवार के पांचों सदस्यों ने जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया।
- 26 नवंबर: सुबह से दोपहर 12 बजे के बीच संजीव की छोटी बेटी पूर्वी और मां नंदनी की मौत हो गई।
- 27 नवंबर: सुबह संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा ने दम तोड़ दिया।
- 27 नवंबर : रात करीब 11 बजे संजीव की मौत हो गई।
- 29 नवंबर : सुबह करीब 8 बजे अर्चना की सांसें भी टूट गईं।
सामाजिक बदनामी होने लगी थी
संजीव ने मरने से पहले पुलिस को बताया था कि उसे पहले पता नहीं था कि अर्चना ने किसी से रुपए उधार लिए हैं। अर्चना अचानक रुपयों की डिमांड ज्यादा करने लगी थी। बबली के साथ कुछ महिलाओं का लगातार घर आना-जाना होने लगा। सितंबर में पूछने पर अर्चना ने बताया कि उसने बेटियों की पढ़ाई और अन्य खर्चों के लिए कई किस्तों में बबली से रुपए उधार लिए हैं। इसके बाद संजीव ने अक्टूबर में 80 हजार रुपए बबली को दिए थे। इसके बावजूद वे घर आकर गाली-गलौज करती थीं।
पिछले मंगलवार को संजीव रात आठ बजे घर पहुंचे, तो दोनों बेटियां, मां और पत्नी अर्चना रो रहे थीं। बबली, रानी, अशोका गार्डन की बबली गौड़ और पटेल नगर की उर्मिला ने घर पर आकर पैसों की मांग को लेकर गालियां दी थीं। वे घर के बाहर मोहल्ले में भी चिल्ला-चिल्लाकर बदनाम कर रही थीं। संजीव और उनका परिवार रोज-रोज की गाली-गलौज से तंग आ चुका था। इससे उनकी समाज में बदनामी होने लगी थी।
पुलिस लगा रही पैसों का हिसाब
पुलिस अब संजीव के परिवार द्वारा लिए गए उधार का हिसाब-किताब कर रही है। संजीव के नाम पर एक मकान, तीन प्लाट और दो दुकानें हैं। इसके बाद भी वे कर्जा नहीं चुका सके। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उन पर कुल कितना कर्ज हो गया था जिसे वे चुका नहीं पाए।