डबरा में रेत माफिया बने मुसीबत …. ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही से सड़क और नालियां जर्जर, सरपंचों, ग्रामीणों ने अधिकारियों से की शिकायत, फिर भी नहीं सुधरे हालात
पिछोर क्षेत्र के अंतर्गत दर्जनों गांव सिंध नदी के आसपास बसे है। सिंध नदी के घाटों पर रेत माफिया अवैध तरीके से रेत का परिवहन कर रहे है। वाहनों में क्षमता से अधिक रेत भरकर ले जा रहे हैं। जिससे मुख्य मार्ग पर आने के लिए इनके रास्ते में पड़ने वाले गांव की रोड और नालियां जर्जर हो गई है। ग्रामीणों के कई बार अवगत कराने के बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है।
जर्जर रोड पर नहीं पहुंच पाती एंबुलेंस
ट्रैक्टर ट्राली, डंपर, गाड़ियों में क्षमता से अधिक रेत भरकर निकलने से रोड और नालियां जर्जर हो गई हैं। जिससे एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पा रही है।
पूर्व सरपंच हुए रेत माफियाओं खिलाफ लामबंद
विगत महा ग्राम पंचायत सिस और कुमर्रा सरपंच सहित ग्रामीणों ने जर्जर सड़कों को लेकर रेत माफियाओं के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की थी। कुछ दिनों तक वाहनों की आवाजाही रुक गई, लेकिन फिर से चालू होने से जर्जर रोड पर चलना दूभर हो रहा है। इसे लेकर कुमर्रा सरपंच माफियाओं के खिलाफ लामबंद हो गए है।
ओवरलोड वाहनों पर हो सख्त कार्रवाई
प्रशासन को क्षमता से अधिक रेत ले जा रहे ट्रैक्टर ट्राली के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना चाहिए। ताकि रोड लंबे समय तक चल सकें।
सड़कें और नालियां टूटी
ग्राम पंचायत लिधौरा के सरपंच रामेश्वर दयाल चौबे ने कहा कि रेत के ओवरलोड वाहनों से पंचायत की सड़कें और नालियां टूट गई है। इस चक्कर में लोगों को निकलने में समस्या का सामना करना पड़ता है।