शहर के कलेक्टर की कार्रवाई ….. जांच रिपोर्ट कलेक्टर के पास पहुंचने से पहले अफसरों ने चालू करवाईं 22 खदानें
शहर के बीचों-बीच खदानों में खनन की बात सामने आने पर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने 22 खदानों के संचालन पर अस्थाई रोक लगा दी थी। दावा था कि पूरी तरह से इन खदानों की जांच होने के बाद ही इन्हें चालू किया जाएगा। लेकिन, जांच रिपोर्ट कलेक्टर के पास पहुंचने से पहले ही अफसरों ने इन खदानों को चालू करवा दिया।
इधर, टीम को जिन खदानों की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी, वो भी पूरी कर ली गई है। इसमें बरखेड़ानाथू व नीलबड़ की एक-एक खदानें आबादी के बीच होना पाया है। बरखेड़ा नाथू की खदान परमानंद पाटीदार की है। इससे आबादी की दूरी 100 मीटर बताई गई है, जबकि दूसरी खदान रचना चौकसे की है। इससे आबादी की दूरी 50 मीटर है।
बड़ा सवाल ये है कि 26 नवंबर को कलेक्टर ने जिन 22 खदानों को बंद कराया था, उन्हें बिना सीमांकन कराए चालू करा दिया। जब सीमांकन ही नहीं हुआ तो पता कैसे चलेगा कि किस खदान से तय लिमिट से ज्यादा का खनन किया।
सीमांकन के लिए समय मांगा
जांच रिपोर्ट के मुताबिक हुजूर क्षेत्र में संचालित खदान राजेश शर्मा के नाम पर है। इसे करीब 20 फीट गहराई तक खोदा है, लेकिन जांच टीम ने इसका सीमांकन कराने के लिए समय मांगा है। वहीं जांच में यह पाया गया है कि ज्यादातर खदानें बिना डायवर्सन शुल्क जमा किए ही चल हो रही हैं। रिपोर्ट सौंपने के बाद इनसे डायवर्सन शुल्क की वसूली की जाएगी।
22 खदानें चालू हो गई हैं, गड़बड़ी वाली फिर बंद करेंगे
22 खदानों की जांच हो गई है। रिपोर्ट मंगलवार को कलेक्टर को सौंपी जाएगी। कुछ खदानें आबादी के पास हैं, जिनमें गड़बड़ी मिली है। उन्हें दोबारा बंद कराएंगे। -आकाश श्रीवास्तव, एसडीएम हुजूर
ग्राउंड रिपोर्ट- दिन में ब्लास्टिंग, रात में पत्थर तुड़ाई; रहवासियों में दहशत
बिना जांच पूरी किए बंद कराई गईं गिट्टी और मुरम की खदानों में दोबारा खनन शुरू हो गया है। इससे क्षेत्र के रहवासी दहशत में हैं। पेश है फिर से शुरू हुईं खदानों की ग्राउंड रिपोर्ट
सोमवार दोपहर 2.38 बजे , गणेशपुरी कलखेड़ा
गणेश मंदिर के पास की खदानों के किनारे-किनारे स्थित गणेशपुरी कॉलोनी में करीब 10 मकानों का निर्माण चल रहा है, जबकि 40 से ज्यादा मकानों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिनमें लोग रह रहे हैं। इन मकानों से करीब 80 से 100 मीटर दूर 1 किमी एरिया में बनी गिट्टी और मुरम की खदानों में पत्थर तोड़ने ब्लास्टिंग चल रही है। वहीं खदानों के एक सिरे पर तेज आवाज में क्रेशर चल रहा है। कॉलोनी के लोग पत्थर तोड़ने की आवाजों से परेशान हैं।
दोपहर 3.05 बजे, आरएमएल कॉलेज रोड, कलखेड़ा
सड़क के दोनों ओर मकान बने हैं। कुछ दुकानें भी हैं। सड़क के आखिरी छोर पर आरएमएल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की बिल्डिंग है। इसी बिल्डिंग के महज 10 फीट दूर क्रेशर लगा है, जहां बड़े पत्थरों से छोटी गिट्टी बनाने का काम जारी है।
रात 2 बजे, बरखेड़ा नाथू , खजूरी सड़क रोड
नीलबड़ से खजूरी सड़क जाने वाली रोड पर स्थित बरखेड़ा नाथू गांव। 1 किमी अंदर रहवासी इलाके में करीब 10 एकड़ में फैली खदान में पोकलेन से पत्थर निकालने का काम जारी है।