UP की 6.61 करोड़ महिला वोटरों पर नजर, हर साल 3 सिलेंडर मुफ्त देने का वादा भी
कांग्रेस आज जारी करेगी महिला मेनिफेस्टो ….
यूपी के राजनीतिक इतिहास में पहली बार कोई पार्टी महिलाओं के लिए अलग से मेनिफेस्टो (घोषणा-पत्र) लेकर आ रही है। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यह ऐतिहासिक फैसला किया है। पहली बार कांग्रेस महिलाओं के लिए अलग से मेनिफेस्टो लेकर आ रही है। प्रियंका गांधी बुधवार दोपहर लखनऊ में प्रेस कान्फ्रेंस कर महिलाओं के लिए पार्टी का मेनिफेस्टो जारी करेंगी।
मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं…का नारा देने वाली प्रियंका गांधी का मेनिफेस्टो सिर्फ महिलाओं के लिए होगा। इसके बाद पार्टी अपना एक और मेनिफेस्टो जारी करेगी।
क्या है प्रियंका के महिला मेनिफेस्टो में?
बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी के इस महिला मेनिफेस्टो में सरकार बनने पर हर महिलाओं को लेकर कई घोषणाएं हैं। हालांकि, इससे पहले भी वह अपनी प्रतिज्ञा रैली के तहत महिलाओं के लिए तमाम ऐलान कर चुकी हैं। इस मेनिफेस्टो में इन घोषणाओं को भी शामिल किया जाएगा।
- महिलाओं को सरकारी नौकरी में 40 फीसदी आरक्षण। नए सरकारी पदों पर आरक्षण के प्रावधान के अनुसार 40 फीसदी पदों पर महिलाओं की नियुक्ति।
- विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को।
- हर साल 3 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे।
- प्रदेश की सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा।
- छात्राओं को स्मार्टफोन और स्कूटी दी जाएगी।
- आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने 10 हजार रुपए मानदेय मिलेगा।
- 1000 रुपए हर महीना वृद्धा-विधवा पेंशन मिलेगी।
कांग्रेस की नजर महिला वोटरों पर
इस बार यूपी में किसी करिश्मे की उम्मीद में कांग्रेस की नजर महिला वोट बैंक पर है। महिलाओं के वोट को साधने के लिए कांग्रेस पहले भी कई बड़े ऐलान कर चुकी है। प्रियंका गांधी विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट, छात्राओं को स्कूटी और स्मार्टफोन देने का दांव पहले ही चल चुकी हैं।
यूपी में महिला वोटर सियासी तौर पर अहम
यूपी में कुल 14.40 करोड़ मतदाता हैं। इसमें 7.79 करोड़ पुरुष और 6.61 करोड़ महिलाएं हैं। एक तरह से 45 फीसदी महिला वोटर हैं। कांग्रेस 2022 की चुनावी जंग फतेह करने के लिए किसानों के साथ महिलाओं को भी साधने की कोशिश में जुटी है।
वैसे भाजपा भी महिलाओं को अपना साइलेंट वोटर मानती है। केंद्र की मोदी सरकार की उज्ज्वला योजना, शौचालयों का निर्माण, पक्का घर, मुफ्त राशन, महिलाओं को आर्थिक मदद जैसी कई ऐसी योजनाएं हैं। जिनका सीधा लाभ महिलाओं को होता है। मुद्रा योजना के तहत सर्वाधिक जोर अनुसूचित समाज की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर है। कहा जाता है कि बंगाल में भी ममता सरकार को बड़ी जीत दिलाने के पीछे भी महिलाओं का वोट बैंक ही था।