bhind…. मनमानी ….. दिव्यांगों को यात्री किराए में 50% छूट, बस ऑपरेटर वसूल रहे पूरा, यूनियन के उपाध्यक्ष बाेले- बदमाशी करने वाले पर करेंगे कार्रवाई
- जिले में 21 हजार 623 दिव्यांग, किसी काे नहीं मिल रहा योजना का लाभ
प्रदेश सरकार ने दिव्यांगजनों को भले ही यात्री किराए में 50 प्रतिशत छूट दे दी हो। लेकिन जिले में दिव्यांगजन को अभी इस घोषणा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ज्यादातर निजी बस ऑपरेटर दिव्यांगजन से पूरा किराया वसूल रहे हैं। हालांकि इस संबंध में बस ऑपरेटर यूनियन के उपाध्यक्ष जसवीर सिंह का कहना है कि सभी बस ऑपरेटर को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है। यदि कोई कंडक्टर बदमाशी कर रहा है और उसकी शिकायत प्राप्त होगी तो अवश्य कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल भिंड जिला मुख्यालय से प्रतिदिन करीब 150 से ज्यादा निजी यात्री बसें ग्वालियर, मुरैना, इटावा सहित अन्य शहरों के लिए दौड़ लगाती है। प्रदेश सरकार ने इन बसों में दिव्यांग यात्रियों को किराए में 50 प्रतिशत की छूट देने का आदेश जारी किया है। यानि भिंड से इटावा का किराया यदि 50 रुपए है तो दिव्यांग यात्री से मात्र 25 रुपए ही लिए जाएंगे।
हालांकि दिव्यांग यात्रियों को किराया में छूट प्राप्त करने के लिए उन्हें अपनी यूडीआईडी (यूनिक आईडी फॉस पर्सन विद डिसेएबिलिटिज) दिखाना होगी। बता दें कि जिले में 21 हजार 623 दिव्यांगजन है, जिसमें से 20 हजार 670 दिव्यांगजन के यूडीआईडी भी है। शेष पांच प्रतिशत दिव्यांगजन की यूडीआईडी बनाने का कार्य जारी है।
ग्वालियर का 100 रु. वसूल रहे किराया
निजी बस ऑपरेटर सिर्फ दिव्यांग यात्रियों से पूरा किराया नहीं वसूल रहे हैं। बल्कि आम यात्रियों से भी निर्धारित से ज्यादा किराया ले रहे हैं। परिवहन विभाग के नए नियमों के अनुसार 1 रुपए 25 पैसा प्रति किलोमीटर की दर से किराया वसूला जाना है। इस हिसाब से ग्वालियर का 96 रुपए और इटावा का 47 रुपए किराया होता है। लेकिन ग्वालियर का 100 रुपए और इटावा का 70 रुपए किराया वसूला जा रहा है।
बसों में किराया सूची नहीं, होते हैं झगड़े
रोडवेज की बसों के समाप्त होने के बाद प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर्स का ही बोलबाला है। सरकार ने रोडवेज की तर्ज पर सूत्र सेवा की बसें संचालित करने का प्रयास किया था। लेकिन निजी बस ऑपरेर्टस के विरोध के चलते वह सफल नहीं हो पाई है। इधर निजी बसों में यात्री किराया सूची चस्पा किए जाने सहित अन्य नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे आए दिन बसों में कंडक्टर और यात्रियों के बीच झगड़े की स्थिति निर्मित होती है।
सवारियों को ढो रहे थे ऑटो, 10 किए जब्त
शनिवार को जिला परिवहन अधिकारी अनुराग शुक्ला ने अचानक फूप में चैकिंग प्वाइंट लगाया। जहां उन्होंने इटावा से भिंड सवारियां ला रहे 10 ऑटो को जब्त किया है। यह सभी ऑटो इटावा उत्तरप्रदेश के हैं। शहरी क्षेत्र में संचालन की अनुमति के बाद भी वे हाईवे पर चलकर एक स्टेट से दूसरे स्टेट में सवारियों का परिवहन कर रहे थे। इस संबंध में कुछ दिन पहले जिला परिवहन अधिकारी शुक्ला के पास शिकायत पहुंची थी। इसके बाद उक्त ऑटो को जब्त किया गया है।
ऑपरेटर बोले- सरकार नहीं कर रही वादे पूरे
इधर निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन के उपाध्यक्ष जसवीर सिंह ने बस मालिकों का दर्द बयां करते हुए कहा कि डीजल के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं। सरकार ने दिव्यांग यात्रियों को किराए में 50 प्रतिशत की छूट दे दी। जबकि उन्हें इसमें कुछ नहीं मिलना है। इसके अलावा कोरोना काल में अप्रैल, मई और जून तीन महीने हमारी बसें खड़ी रही। इसका टैक्स सरकार ने अब तक माफ नहीं किया है।
लिखित में आदेश न आने के कारण उनका वह टैक्स लटका हुआ है, जिससे उन्हें बसों के परमिट, फिटनेस सहित अन्य कार्रवाईयों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। जबकि वे इस संबंध में कई बार सरकार से मांग कर चुके हैं। लेकिन सरकार वादा कर उसे पूरा नहीं कर रही है।