योगी ने हमारे परिवार को प्रताड़ित किया …. पूर्वांचल के बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय सपा में शामिल, कहा- अखिलेश के पास विजन है

चुनाव नजदीक आते ही यूपी की राजनीति बदल रही है। आए दिन नेता भी दल बदल रहे हैं। यूपी की ब्राह्मण राजनीति के बीच गोरखपुर के चिल्लूपार से विधायक और बसपा से निष्कासित विनय शंकर तिवारी आज सपा में शामिल हो रहे हैं। विनय शंकर तिवारी की नजर में अखिलेश विकास का चेहरा हैं।

विनय शंकर तिवारी पूर्वांचल के बाहुबली और पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। भाजपा की सरकार बनते ही बाहुबली के खिलाफ 22 अप्रैल 2017 को योगी सरकार ने उनके घर ‘तिवारी हाता’ पर जांच बैठा दी। गोरखपुर के आला अधिकारी 22 रिमाइंडर दिए थे, फिर भी जांच दो साल से अधिक समय से पेंडिंग रही। कोई अधिकारी विवेचना की हिम्मत नहीं जुटा पाता।

विनय शंकर तिवारी 2017 में पहली बार विधायक बने। उनका कहना है कि बीजेपी सरकार में पंडितों पर शोषण बढ़ा है। योगी आदित्यनाथ उनके परिवार से निजी दुश्मनी निकालते हैं। साल 2012 से 2017 तक चली सपा की सरकार में जितना काम हुआ वह पहले या बाद में नहीं हुआ। दूसरी ओर BSP के लोग उनका साथ छोड़ रहे हैं, जिसके लिए मायावती खुद जिम्मेदार हैं।

…… विनय शंकर तिवारी से चर्चा की…

सवाल : सपा ही क्यों?
जवाब : इसका जवाब अगर जानना चाहते हैं तो आपको 2012 से 2017 देखना होगा। अखिलेश यादव का चेहरा एक विकास का चेहरा रहा है। वह एक नई सोच के साथ आए। इसमें मेट्रो, एक्सप्रेस-वे, कैंसर अस्पताल की नींव रखी। उनके पास विकास का विजन है। मौजूदा सरकार में देखेंगे तो ऐसा कुछ नहीं है।

सवाल : आप तो बसपा से रहे हैं, विकास की बातें उसमें भी होती हैं। लखनऊ का काफी विकास किया। फिर उसको छोड़ने की वजह क्या है ?
जवाब : हम जब जीत कर आए थे तो उस पार्टी में 19 विधायक थे। आज की तारीख में महज 3 लोग रह गए हैं। इसका क्या कारण हैं, इसको नेतृत्व को समझना होगा। इसका अध्ययन करना होगा कि कारण क्या है। 16 लोग जो चले गए, उनकी गलती है या नेतृत्व की गलती है।

सवाल : क्या ब्राह्मण BJP से नाराज हो रहे हैं, आप गोरखपुर से आते हैं। मुख्यमंत्री भी वहीं से आते हैं?
जवाब : आज ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है। उदाहरण के लिए बीआरडी के प्रिंसिपल राजीव मिश्रा को बच्चों की मौत मामले में गलत तरीके से सस्पेंड किया गया। उनकी पत्नी को भी जेल में डाला गया। रायबरेली में ब्राह्मण की हत्या की गई।

सवाल : बीजेपी सरकार बनने के बाद आपके हाता में पुलिस गई थी। बताया जाता था कि वहां सालों से पुलिस नहीं गई थी?
जवाब : योगी सरकार में मेरे परिवार को प्रताड़ित किया गया। उस समय उनको कुछ मिला नहीं। उन्होंने प्रताड़ित करने का काम किया है।

सवाल– आप सदन में थे, वहां सवाल उठा सकते थे।
जवाब – सदन में यह बात उठी है। हमने वहां सवाल उठाया था और उसका जवाब आया है। वह भी ठीक से नहीं दिया गया।

विनय शंकर के पिता 22 सालों तक विधायक रहे

यूपी की राजनीति में हरिशंकर तिवारी 1985 में गोरखपुर की चिल्लूपार सीट से विधानसभा चुनाव लड़ते हैं। जेल की चारदीवारी के अंदर रहते हुए चुनाव जीत जाते हैं। तभी से उनके बाहुबल की शुरुआत होती है। इसके बाद हरिशंकर के लिए राजनीति का दरवाजा खुल जाता है। जेल में रहते हुए हरिशंकर चुनाव जीते और साल 1997 से लेकर 2007 तक वे लगातार यूपी में मंत्री बने रहे। चिल्लूपार सीट से वह 22 सालों तक विधायक रहे। हरिशंकर को केवल 2 बार हार मिली। पहली बार 2007 में और दूसरी बार साल 2012 के विधानसभा चुनाव में हारे। भाजपा, सपा, बसपा सभी सरकारों में वे मंत्री रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *