UP के सबसे अमीर सांसद की संपत्ति जब्त
बिजनौर के MP मलूक नागर पर 53 करोड़ का कर्ज, डेयरी और 15 प्लॉट बेचकर पैसा वसूलेगा बैंक…..\
त्तर प्रदेश के बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर के साढ़े 53 करोड़ रुपए के कर्ज में होने पर बैंक ने बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय स्टेट बैंक ने हापुड़ जिले में स्थित दूध डेयरी और करीब 15 प्लॉट अपने अधीन कर लिए हैं। अब इनकी नीलामी करके कर्ज वसूला जाएगा। बैंक ने यह कार्रवाई 9 दिसंबर को की है।
हापुड़-मेरठ में है संपत्ति
SBI मुख्यालय नई दिल्ली के अनुसार, साल 2017 में मलूक नागर को 53 करोड़ 65 लाख रुपए कर्ज का चुकता करने के लिए नोटिस जारी किया गया। नोटिस की समय सीमा 31 मार्च 2017 को समाप्त हो गई थी। इसके बावजूद बैंक ने इंतजार किया, लेकिन मलूक नागर ने कर्ज चुकता नहीं किया। इस पर SBI ने 9 दिसंबर को मलूक नागर की हापुड़ जिले के ग्राम शकरपुर में स्थित दूध डेयरी, इसी डेयरी के नजदीक 11 प्लॉट और मेरठ के रक्षापुरम में स्थित 4 प्लॉट को जब्त कर लिया है।
चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी रहे मलूक
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की स्टडी रिपोर्ट के अनुसार, मलूक नागर 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर प्रत्याशी थे। ऐसे में जीत के बाद वह उस वक्त सबसे अमीर सांसद बने। नामांकन पत्र में मलूक ने अपनी चल अचल संपत्ति 294 करोड़ रुपए की बताई थी। हालांकि, वह सबसे बड़े कर्जदार भी थे। उन पर करीब 101 करोड़ रुपए का कर्ज था।
IT की रेड में मिला था 3 किलो सोना
30 अक्टूबर 2020 को इनकम टैक्स ने मलूक नागर के नोएडा, हापुड़, बिजनौर में ठिकानों पर छापा मारकर 50 लाख से ज्यादा नकदी और करीब 3 किलो सोने के आभूषण बरामद किए थे। आरोप था कि एक ही छत के नीचे 15 से ज्यादा कंपनियां फर्जी तरीके से चलाई जा रही थीं।
अपने प्रतिद्वंद्वी को 70 हजार वोटों के अंतर से हराया था
2019 के आम चुनावों में मलूक ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुंवर भारतेंद्र सिंह को करीब 70 हजार वोटों के अंतर से हराया। यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि मलूक ने समाजवादी पार्टी , बसपा और कुछ अन्य पार्टियों के महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। मलूक ने 2014 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। लेकिन, उस वक्त वह तीसरे नंबर पर आ गए थे। उस चुनाव में दूसरे नंबर पर सपा प्रत्याशी शाहनवाज राणा आए थे। 2014 में बिजनौर सीट कुंवर भारतेंद्र सिंह ने जीती थी।