पंचायत चुनाव … लोस-विस चुनाव की तुलना में सवा लाख मतदाता कम, मतदान केंद्र ज्यादा, इनमें 50% संवेदनशील

  • जिले में पहले चरण में मिहाेना और लहार दूसरे चरण में भिंड व अटेर क्षेत्र में हाेंगे चुनाव
  • आज से 20 दिसंबर तक जमा हाेंगे नामांकन, पहले चरण का मतदान 6 जनवरी को

जिले में होने जा रहे पंचायत चुनाव में विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदाता की संख्या तो कम रहेगी लेकिन मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ गई है। पंचायत चुनाव में 1824 मतदान केंद्रों पर मतदाता मतदान करेंगे। शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए इनमें से 50 फीसदी केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। प्रशासन ने जहां शांतिपूर्ण और भयमुक्त चुनाव कराने के लिए तमाम कवायदें प्रारंभ कर दी है। वहीं चुनावी दंगल में कूदने के लिए तैयार बैठे दावेदारों ने अपने अपने स्तर पर मतदाताओं को रिझाना शुरू कर दिया है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कुल 1480 मतदान केंद्रों पर 11 लाख से अधिक मतदाताओं ने मतदान किया था जबकि पंचायत चुनाव में 9.71 लाख मतदाताओं के लिए 1824 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

खास बात तो यह है कि विधानसभा चुनाव में कुल मतदान केंद्रों के 39 फीसदी और लोकसभा चुनाव में 34 फीसदी केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था लेकिन पंचायत चुनाव में हिंसा की आशंका के मद्देनजर 50 फीसदी केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। खास बात यह है कि जिले की छह जनपद में हो रहे पंचायत चुनाव सबसे ज्यादा मतदाता और मतदान केंद्रों की मेहगांव और सबसे कम रौन में रहेगी।

चल रहा निरीक्षण, बढ़ सकते हैं अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र

कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस के अनुसार पंचायत चुनाव में 50 फीसदी केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। इनमें भी अतिसंवेदनशील केंद्रों को अलग से चिह्नित किया जा रहा है। अभी राजस्व और पुलिस के अधिकारी संयुक्त रुप से सभी केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। परिस्थितियों के अनुसार अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनात रहेगा अधिक फोर्स

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र चौहान ने बताया कि पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए अभी से ही उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है। साथ ही बाउंडओवर की कार्रवाई शुरू करने के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। सीमावर्ती जिलों के साथ बॉर्डर मीटिंग की जा रही है। वहां के अधिकारियों से अपने जिले और उनके जिले के बदमाशों की सूचियों की अदला-बदली की जा रही है। जो भी मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं, उन पर सामान्य केंद्रों की तुलना अधिक फोर्स तैनात किया जाएगा। साथ ही सशस्त्र जवान रखे जाएंगे। चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनात रहेगा अधिक फोर्स

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र चौहान ने बताया कि पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए अभी से ही उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है। साथ ही बाउंडओवर की कार्रवाई शुरू करने के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। सीमावर्ती जिलों के साथ बॉर्डर मीटिंग की जा रही है। वहां के अधिकारियों से अपने जिले और उनके जिले के बदमाशों की सूचियों की अदला-बदली की जा रही है। जो भी मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं, उन पर सामान्य केंद्रों की तुलना अधिक फोर्स तैनात किया जाएगा। साथ ही सशस्त्र जवान रखे जाएंगे। चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

प्रथम एवं द्वितीय चरण के लिए आज से भरे जाएंगे नाम निर्देशन पत्र

पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में लहार तथा रौन जनपद, दूसरे चरण में भिंड व अटेर जनपद के लिए आज 13 दिसंबर से नाम निर्देशन पत्र प्राप्त किए जाएंगे। जिला पंचायत सदस्य के लिए नामांकन फार्म कलेक्टर न्यायालय में मिलेगा। जबकि जनपद सदस्य, सरपंच और पंच के लिए आरओ (संबंधित तहसीलदार न्यायालय) में नामांकन फार्म मिलेंगे। इसके अलावा सरपंच और पंच के लिए क्लस्टर स्तर पर एआरओ पर भी नामांकन फार्म उपलब्ध रहेंगे। जिले में कुल 56 एआरओ हैं। नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 21 दिसंबर को होगी।

23 दिसंबर की दोपहर तीन बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसी दिन अभ्यर्थियों की सूची प्रकाशन के साथ निर्वाचन प्रतीक चिह्नों का आवंटन होगा। प्रथम चरण के तहत लहार और रौन ब्लॉक में मतदान 6 जनवरी 2022 को तथा द्वितीय चरण के तहत भिंड और अटेर में मतदान 28 जनवरी 2022 को होगा।

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