ग्वालियर दक्षिण विस का हाल:नगर निगम की लापरवाही से जगह-जगह गंदगी; पुलों पर जालियां नहीं इसलिए कचरे से पटे नाले, उड़ती धूल से लाेग बेहाल
सड़कों पर गंदगी है और नाले कचरे से पटे हैं। तारागंज स्थित पुल के नाले में 300 मीटर तक कचरा ही कचरा दिखाई देता है। सड़कें इस हद तक ख्रराब हैं कि उनमें झाडू लगना तक मुश्किल है। यह हाल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का है, हां स्वच्छता काे लेकर कई कमियां और खामियां हैं। इनमें अहम है गुढ़ा-गुढ़ी तिराहे से लेकर चिरवाई नाके की सड़क, जाे अमृत प्रोजेक्ट के लिए खाेदी गई है। इस पर झाड़ू तक नहीं लग पा रही है।
यहां उड़ती धूल से आसपास के लोग परेशान हैं। यहां की सड़कों पर नाइट स्वीपिंग मशीन चलना तक मुश्किल है। निगमायुक्त किशोर कन्याल का कहना है बंड़ा पुल सहित दक्षिण विधानसभा में जहां भी नाले, स्वर्ण रेखा में गंदगी है। उसे साफ कराया जाएगा। पुलों पर जालियां लगाएंगे। इससे लोग नालों में गंदगी नहीं डाल सकें। अमृत योजना में जहां भी सड़क खुदी है। उसका रोड रेस्टोरेशन का काम शुरू कर दिया है। दैनिक भास्कर की टीम ने विधानसभा क्षेत्र का हाल जाना। पढ़िए रिपोर्ट…
यहां सड़कें खराब इसलिए सफाई होना मुश्किल
गुढ़ा-गुढी का नाका- पहले पेट्रोल पंप के सामने की दोनों सड़क दो साल से खराब हैं। अब अमृत योजना में पानी की लाइन के लिए खोद दी गईं हैं। इससे रोड पर झाड़ू लगना मुश्किल हो रहा है।
वीर हनुमान मंदिर- तालागंज हनुमान बांध स्थित मंदिर वाली गली में इन दिनों अमृत योजना में पानी की लाइन के लिए खुदाई कर दी है। अब यहां भी सफाई होना मुश्किल होगा।
दक्षिण विधानसभा में सफाई का गणित
- 20 वार्ड
- 70,000 मकान
- 57 टिपर सहित 94 वाहन कचरा कलेक्शन कर रहे हैं
- 6 टिपर वाहन और चाहिए
- 730 कर्मचारी
- 15 करोड़ रुपए वेतन, डीजल और पेट्रोल, मरम्मत कार्य सहित वेतन भत्ते पर साल भर का खर्चा
जुगाड़ के वाहन, तोड़ रहे दम
निगम में टिपर वाहनों की मांग हमेशा रहती है। ऐसे में पुराने वाहनों को चलाकर कचरा घर-घर से लेने की कवायद तेज की गई है। ऐसे में कई वाहन रोज रास्ते में दम तोड़ देते हैं। ऐसा ही एक वाहन लक्कड़खाना स्थित डिपो के लिए खींचकर वाहन लेकर पहुंचा। यहां के लोगों का कहना है कि ऐसे वाहन आना आम बात है।
दक्षिण विधानसभा को नजर अंदाज कर रहा प्रशासन
चाहे जिला प्रशासन हो या नगर निगम, दोनों के अधिकारी दक्षिण विधानसभा को नजर अंदाज कर रहे हैं। सफाई से जुड़ी समस्याओं को बैठकों में प्रमाण सहित बता चुका हूं। जिला प्रशासन को 20 पत्र दिए गए हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि अधिकारी कुछ नेताओं की गणेश परिक्रमा कर रहे हैं। -प्रवीण पाठक, विधायक