ग्वालियर…. 2017 से नगर निगम घेरे बैठा है ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण की 15 हजार वर्ग फुट से अधिक जमीन
– कचरा डंपिंग स्टेशन और कचरा गाडिय़ां खड़े करने के लिए बना रखा है अनाधिकृत रूप से नियत स्थान
– 50 महीने से एक करोड़ से अधिक की कुल रकम है बकाया, अभी तक नहीं चुकाया गया है कोई किराया
ग्वालियर. नगर निगम ने ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के पीछे की जमीन पर अनाधिकृत रूप से नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पोर्टेबल कॉम्पेक्ट स्टेशन 2017 से बना रखा है। ये जमीन ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण की ही है। करीब 15 हजार वर्ग फुट में फैले स्टेशन पर पूर्व पर निगम की कचरा गाडिय़ां और कचरा डंपिंग का काम किया जाता है। इस परिसर को खाली करने के लिए मेला प्राधिकरण की ओर से कई बार नगर निगम और पूर्व में कार्यरत इको ग्रीन प्रालि को कई बार लिखा गया और सूचना पत्र भी जारी किए गए, बावजूद इसके ये जमीन खाली नहीं की गई। अब ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण नगर निगम से इस जमीन के किराए के रूप में लाखों की रकम वसूलना चाहता है, इसके लिए मेले की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव भी रखा जा चुका है।
2017 से नगर निगम घेरे बैठा है ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण की 15 हजार वर्ग फुट से अधिक जमीन
1 करोड़ रुपए से अधिक की वसूली
मेला परिसर में निगम ने करीब 15 हजार वर्ग फुट से अधिक जगह पर बने नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पोर्टेबल कॉम्पेक्ट स्टेशन के लिए प्राधिकरण ने प्रतिमाह 1,93,237 रुपए की दर से 50 महीने के लिए कुल राशि 1 करोड़ से अधिक की वसूली की जानी है। इस पूरे मामले को मेले की पिछली बोर्ड बैठक में प्रस्ताव के रूप में रखा गया था। इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे एमसएसमइ मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा था कि मेले का जितना किराया निकल रहा है वह निगम को देना होगा।
मेला परिसर में निगम ने करीब 15 हजार वर्ग फुट से अधिक जगह पर बने नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पोर्टेबल कॉम्पेक्ट स्टेशन के लिए प्राधिकरण ने प्रतिमाह 1,93,237 रुपए की दर से 50 महीने के लिए कुल राशि 1 करोड़ से अधिक की वसूली की जानी है। इस पूरे मामले को मेले की पिछली बोर्ड बैठक में प्रस्ताव के रूप में रखा गया था। इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे एमसएसमइ मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा था कि मेले का जितना किराया निकल रहा है वह निगम को देना होगा।
ऊर्जा मंत्री की भतीजी की शादी में हुई थी सफाई
वैसे तो मेला प्राधिकरण की इस जमीन पर कचरा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पोर्टेबल कॉम्पेक्ट स्टेशन के होने के कारण हर समय गंदगी पसरी रहती है, लेकिन गत 8 दिसंबर को यहां बने गार्डन से प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की भतीजी की शादी हुई थी। खास बात यह है कि इसके चलते यहां इस जगह की भी साफ-सफाई हो गई थी।
वैसे तो मेला प्राधिकरण की इस जमीन पर कचरा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पोर्टेबल कॉम्पेक्ट स्टेशन के होने के कारण हर समय गंदगी पसरी रहती है, लेकिन गत 8 दिसंबर को यहां बने गार्डन से प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की भतीजी की शादी हुई थी। खास बात यह है कि इसके चलते यहां इस जगह की भी साफ-सफाई हो गई थी।
निगम के समक्ष रखा था किराया
मेला प्राधिकरण की जमीन पर ही नगर निगम का कचरा डंपिंग स्टेशन और गाडिय़ां खड़ी होती हैं। हमने पूरी गणना करके अभी तक के किराए को नगर निगम के समक्ष रखा था। निगम के काफी समय काम करने के बाद इसे पिछली बोर्ड की बैठक में रखा गया था। इस बैठक में नगर निगम के लोग भी थे, उसके बाद से बोर्ड की बैठक नहीं हुई है।
– निरंजनलाल श्रीवास्तव, सचिव, ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण
मेला प्राधिकरण की जमीन पर ही नगर निगम का कचरा डंपिंग स्टेशन और गाडिय़ां खड़ी होती हैं। हमने पूरी गणना करके अभी तक के किराए को नगर निगम के समक्ष रखा था। निगम के काफी समय काम करने के बाद इसे पिछली बोर्ड की बैठक में रखा गया था। इस बैठक में नगर निगम के लोग भी थे, उसके बाद से बोर्ड की बैठक नहीं हुई है।
– निरंजनलाल श्रीवास्तव, सचिव, ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण
मेला प्राधिकरण से बात करके दिखवा लेते हैं
वैसे तो नगर निगम ने उस समय अनुमति ली होगी। प्राधिकरण में कई बार साफ-सफाई के लिए हम भी तो कोई रुपए नहीं लेते हैं। नगर निगम अपने लिए तो वहां कोई काम नहीं कर रहा है, वैसे भी तो ये काम जनता के लिए ही हो रहा है। मेरे संज्ञान में ऐसा कोई पत्र भी नहीं आया है और जानकारी भी नहीं है। फिर भी हम मेला प्राधिकरण से बात करके दिखवा लेते हैं।
– किशोर कान्याल, निगमायुक्त, नगर निग
वैसे तो नगर निगम ने उस समय अनुमति ली होगी। प्राधिकरण में कई बार साफ-सफाई के लिए हम भी तो कोई रुपए नहीं लेते हैं। नगर निगम अपने लिए तो वहां कोई काम नहीं कर रहा है, वैसे भी तो ये काम जनता के लिए ही हो रहा है। मेरे संज्ञान में ऐसा कोई पत्र भी नहीं आया है और जानकारी भी नहीं है। फिर भी हम मेला प्राधिकरण से बात करके दिखवा लेते हैं।
– किशोर कान्याल, निगमायुक्त, नगर निग