व्हाटसएप पर मिला सट्टे का लेखा जोखा परिवार ने जलाई सट्टे के लेखे जोखे की डायरी तीनोंं सटोरिए अंडर ग्राउंड, तलाश में दविश

व्हाटसएप पर मिला सट्टे का लेखा जोखा
परिवार ने जलाई सट्टे के लेखे जोखे की डायरी
तीनोंं सटोरिए अंडर ग्राउंड, तलाश में दविश

ग्वालियर

 ग्वालियर। कारोबारियो ंका 40 करोड़ रू हड़पने वाले हुंडी दलाल आशीष गुप्ता के मोबाइल फोन से ३६ करोड़ के सट्टे का हिसाब मिला है।यह रकम उसने तीनों सटोरियों के जरिए दांव पर लगाई थी। आशीष ने डायरी में भी सट्टे का लेखा जोखा किया था। लेकिन उसके पकड़े जाने से पहले परिजन ने उस डायरी को फूंक दिया। दलाल और उसके परिवार के आइडीबीआई बैंक में 4 एकाउंट मिले हैं। उनका डिटेल बैंक से मांगा गया है। तीनों सटोरिए भूमिगत हो गए हैं। पूछताछ में दलाल आशीष ने एक और सटोरिए का नाम भी बताया है।

हुंडी दलाल आशीष गुप्ता ने खुलासा किया उसने छह महीने में जितना पैसा सट्टे में लगाया सारा हिसाब उसके व्हाटसएप पर दर्ज है। उसके मोबाइल को खंगाला तो सटोरिए मोनू गुप्ता के जरिए 11 करोड़ 50 लाख रू, गुना के सटोरिए आशीष जैन 12 करोड75 लाख और दिलीप सिंधी के जरिए 12 . 50 करोड़ रू दांव का लेखा जोखा मिल गया। इससे पहले का हिसाब उसने डायरी में लिखा था। लेकिन सट्टे की डायरी पुलिस को नहीं मिली। उसकी तलाश में पुलिस आशीष का घर तलाशने पहुंची तो उसके परिजन ने बताया डायरी को कचरा समझ कर जला दिया है। उनके पास कुछ नहीं है।

बैंक खाते मिले, डिटेल मांगी
पुलिस ने बताया आइडीबीआइ बैंक में आशीष के नाम से दो खाते हैं। पत्नी अंकिता, मां रमादेवी के नाम से एक, एक एकाउंट है। पिता नत्थूलाल का इंडियन बैंक में खाता मिला है। इनमें कितना पैसा है। किन खातों से पैसा आया और कितने एकाउंट में दलाल और उसके परिवार ने पैसा ट््रांसफर किया है। उसकी डिटेल बैंक से मांगी है।

दलाल भूमिगत, पत्नी गहने ले गई
ठगे गए कारोबारियों ने पुलिस को बताया आशीष के पास काफी सोना और गहने हैं। जिस दिन वह सारा पैसा हड़प कर फरार हुआ था। उसी रात को ३ बजे उसकी पत्नी अंकिता सारा गहना और सोना लेकर भोपाल चली गई है। उसे तलाशा जाए तो और राज सामने आएंगे।

तीनों सटोरिए भूमिगत, पार्टनर का नाम सामने
ठगी का पैसा क्रिकेट सटटे में लगवाने वाला सटोरिया मोनू गुप्ता, आशीष जैन और दिलीप सिंधी भूमिगत हो गए हैं। उनके दूसरे शहरों में ठिकानों को पुलिस ढूंढ रही है। आशीष ने पुलिस को बताया मोनू के साथ सटटा कारोबार में बृजेश भी शामिल है। मोनू उसके जरिए ही सुरक्षित ठिकाने पर दुबक सकता है।

रिमांड बढ़ाने की कोशिश
हुंडी दलाल आशीष की रिमांड शुक्रवार को पूरी हो रही है। लेकिन उससे ठगी और सट्टे के धंधे में और खुलासे होना बाकी है। इसलिए पुलिस अदालत से दलाल आशीष की रिमांड बढ़ाने के लिए आवेदन देगी।

फरार सटोरियों की तलाश
हुंडी दलाल ने काफी खुलासे किए हैं। फरार सटोरियों की तलाश है। उनके पकड़े जाने पर काफी खुलासे होंगे। ठगी और सट्टा कारोबार में और भी नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस की टीम तीनों सटोरियों की तलाश में दविश दे रही है।
राजेश दंडोतिया सीएसपी क्राइम ब्रांच

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *