दो दिन में जांच कमेटी भंग … भिंड में आरा मशीन की जांच शुरू होते ही कराई बंद, ग्वालियर से आए उड़न दस्ते ने की थी सील

भिंड में वन विभाग इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जिले के वन अफसरों की शिकायत वरिष्ठ अफसरों के पास पहुंच रही है। बीते दिनों भिंड में एक आरा मशीन पर अवैध लकड़ी के भंडारण के शक पर स्थानीय अफसरों द्वारा पांच सदस्यीय जांच दल बनाया गया। यह जांच दल को दो दिन में भंग कर दिया गया। इस बात की शिकायत मुख्य वनसंरक्षक ऑफिस तक पहुंचने पर ग्वालियर से आए उड़न दस्ते ने आरा मशीन को सील किया था। अब जांच रिपोर्ट पूरी होकर मुख्य वन संरक्षक ऑफिस में भेजी जा चुकी है।

भिंड रेंज आरा मशीनों पर अवैध लकड़ी का भंडारण धड़ल्ले से किया जा रहा है। यहां से लकड़ी की चिराई करके बाजारों में खफाई जा रही है। ऐसी शिकायत आरा मशीन मालिक प्रकाश चंद्र जैन की भिंड रेंज के अफसरों के पास पहुंची। इसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा पांच सदस्यीय दल बनाया। इस दल में वनरक्षक जीतेंद्र अगरैया, दुर्गेश राजावत, प्रदीप कुमार, शिव प्रताप चौहान, ज्योति तोमर शामिल किए गए। भिंड रेंजर सपना विसारिया द्वारा यह जांच दल को आरा मशीन की जांच कराने का आदेश 6 जनवरी को दिया था। इसके बाद 8 जनवरी को जांच दल आरा मशीन पर लकड़ी भंडारण की जांच करने के लिए पहुंचा। जांच दल के दौरान भिंड रेंजर जांच को सीधे मुरैना डीएफओ कार्यालय लेकर पहुंची। यहां वरिष्ठ अफसरों से चर्चा होने के बाद जांच दल को भंग कर दिया गया। इस बात की सूचना स्थानीय अफसरों द्वारा मुख्य वन संरक्षक ऑफिस को फोन पर दी गई। दाल में कुछ काला होना बताया गया। इसके बाद ग्वालियर से एक उड़न दस्ता भेजा गया। यह दल के प्रकाश चंद्र जैन की आरा मशीन पर छापा मारा। यहां अवैध तौर पर लकड़ी का भंडारण पाया।

अवैध लकड़ी का भंडारण मिला था

उड़न दस्ता प्रभारी एमपी शर्मा ने बताया कि स्थानीय जांच कमेटी द्वारा की जाने वाली गड़बड़ी के बाद ग्वालियर से आकर कार्रवाई की थी। लड़की का भंडारण 278 घनमीटर लठ्‌ठे मिले। जबकि अनुमति 150 घनमीटर की होती है। लेखा जोखा भी गड़बड़ मिला। आरा मशीन को सील किया गया था। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है। आरा मशीन अब संचालित कराई जा चुकी है। जल्द ही जुर्माना की कार्रवाई होगी।

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