PM मोदी की पहली वर्चुअल रैली LIVE … कहा- 5 साल पहले दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का आदेश शासन था, जनता वैसे दिन नहीं चाहती
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए PM नरेंद्र मोदी आज पहली वर्चुअल रैली कर रहे हैं। इसे पीएम की जनचौपाल का नाम दिया गया है। जब मैं 5 साल पहले यूपी आया था, तब मैंने कहा था कि विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। 5 साल पहले दंगाई ही कानून थे। उन्हीं का कहा शासन का आदेश था। बेटी घर से निकलने में घबराती थी। माफिया सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे।
पश्चिम यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब दंगे हो रहे थे तो पहले वाली सरकार उत्सव बना रही थी। पिछड़ों की जमीन पर अवैध कब्जे समाजवाद का प्रतीक था। अपहरण, फिरौती, ने मध्यम वर्ग को तबाह कर दिया था। 5 साल में योगी सरकार ने इन हालातों से बाहर निकाला है। ये मामूली काम नहीं है।
हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं। वो बदला लेने तैयार बैठे हैं। इन बदला लेने वालों के बयानों को सुनकर यूपी बहुत सतर्क है। जनता वो पुराने दिन वापस नहीं चाहती।
बीते 5 साल में इतने सारे नए विश्वविद्यालय बने तो इसके पीछे युवाओं के सपने हैं। उनकी आकांक्षाएं हैं।
लाइव अपडेट्स
- जिन्होंने गरीब की तकलीफ न कभी देखी, न महसूस की। हमेशा जमीन से कटे रहे, वे न गरीब को समझ सकते हैं न भला कर सकते हैं।
- गरीबों के लिए भाजपा सरकार ने क्या काम किया है, उसका उदाहरण उनके पक्के मकान है।
- पहले वाली सरकार ने गौतमबुद्ध नगर में सिर्फ 73 मकान बनाए थे। योगी सरकार ने इन्हीं पांच सालों में उसी जिले में 23 हजार घर बनाकर दिए
- सहारनपुर में पहली वाली सरकार ने 221 मकान बनाए थे, योगी सरकार ने यहां 18 हजार मकान बनाए। ऐसे ही शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत में भी है।
- यही फर्क है जो यूपी के लोग देख रहे हैं, समझ रहे हैं। योगी सरकार ने 5 साल में 33 लाख मकान बनाकर लोगों को दिए हैं। यानी ये 33 लाख गरीब 5 साल में लखपति बने हैं। इसमें भी सबसे बड़ी बात ये कि ज्यादातर मकान महिलाओं के नाम है।
- हमारी सरकार ने यूपी की लाखों महिलाओं को उनके घर का मालिक बनाया है।
- हम बेटियों की उम्र 21 साल करने का प्रयास कर रहे हैं। हम बेटे-बेटी में फर्क नहीं करते।
- इतनी बड़ी महामारी 100 साल में पहली बार आई, उस समय गरीबों के लिए सोचने वाली सरकार कैसे काम करती है, ये देश महसूस कर रहा है।
- ये वही यूपी है, जहां पहले राशन की दुकानों से गरीबों का अनाज चोरी हो जाता था, अब एक-एक दाना गरीबों तक पहुंच रहा है।
- संकट के काल में हमने रोटी का पूरा प्रबंध किया। और आज हम आपके पास कमल लेकर आए हैं। जब दिल में सेवा की भावना हो तो भ्रष्टाचार पास भी नहीं फटक सकता। काम के नतीजे मिलते हैं।
- हमारा लक्ष्य था कि किसान को मिलने वाली मदद में बेईमानी बंद हो। आज यूपी के किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए सीधे उनके बैंक खातों में मिले।
- हमें छोटे किसानों की ज्यादा चिंता करने की बहुत जरूरत है। इसके लिए सरकार ने कामधेनु आयोग बनाया है। डेयरी सेक्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए हजारों करोड़ खर्च किया है।
- यूपी में बनाए जा रहे बॉयोगैस प्लांट्स किसानों को आय का अतिरिक्त साधन मुहैया कराएंगे।
- हमारी सरकार ऐथेनॉल का उत्पादन बढ़ाकर भी किसानों की मदद कर रही है। यूपी के गन्ना किसानों से पिछले 5 साल में 12 हजार करोड़ रुपए का एथेनॉल खरीदा गया है।
- आज यूपी में एक्सप्रेस-वे डबल हो रहे हैं। हवाई अड्डे डबल हो रहे हैं। यूपी देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां 5 शहरों में मेट्रो है और 5 में काम चल रहा है।
- इससे पहले की सरकारें कागजों में योजनाएं बनाने में माहिर थीं।
5 जिलों की 21 विधानसभाओं के मतदाताओं को वर्चुअली संबोधित करेंगे। वर्चुअल रैली के लिए 98 स्थानों पर 49000 लोगों को जोड़ने का इंतजाम किया गया है।
सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी चुनाव में हम सबकी अग्नि परीक्षा है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने बिना भेदभाव के काम किया है। पहले कानून व्यवस्था एक चुनौती थी। बहन बेटियों का स्कूल जाना पहले मुश्किल था, अब वहां बेटियां सुरक्षित है। व्यापारियों के मन में सुरक्षा का भाव पैदा हुआ है।
पश्चिमी यूपी को साधने 5 जिलों, 21 विधानसभाओं में चुनावी चर्चा करेंगे मोदी
बूथों से लेकर भाजपा कार्यालयों व प्रत्याशियों ने अपने घरों पर रैली को लाइव प्रसारित करने व सुनाने की व्यवस्था की है। वर्चुअल रैली में 7, 878 बूथों पर बूथ अध्यक्ष और पन्ना प्रमुख भी जुड़ेंगे। कार्यक्रम वाली विधानसभा के स्मार्टफोन धारकों को भी इस रैली का लिंक भेजा गया है, आगरा से CM योगी आदित्यनाथ व लखनऊ से उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी रैली में जुड़ेंगे। कार्यक्रम दोपहर डेढ़ बजे शुरू होगा।
पीएम की जन-चौपाल दिया है नाम
वर्चुअल रैली को जन चौपाल नाम दिया है। सोमवार को होने वाली रैली में सहारनपुर की नकुड़, बेहट, सहारनपुर नगर, सहारनपुर देहात, देवबंद, गंगोह और रामपुर मनिहारन विधानसभाओं के सभी मंडलों में बड़ी स्क्रीन पर कार्यक्रम दिखाया जाएगा। इसके अलावा शामली की कैराना, थाना भवन और शामली में वर्चुअल रैली के प्रसारण के लिए प्रबंध किए गए हैं।
मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना, पुरकाजी, चरथावल, मुजफ्फरनगर, खतौली और मीरापुर में जनचौपाल रैली का प्रसारण को देखने के लिए व्यवस्था की गई है। बागपत जिले में छपरौली, बड़ौत और बागपत विधानसभाओं के मंडलों में प्रसारण को देखने के लिए बड़ी स्क्रीन लगाई गई है। गौतमबुद्धनगर के दादरी, जेवर में कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था की गई है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी भी किसी एक स्थान पर रैली में जुड़ेंगे।
49 हजार लोग सीधे जुड़े हैं चौपाल में
इन पांचों जिलों में 98 सांगठनिक मंडलों में बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रसारण किया जाएगा। इन स्थानों पर कोरोना गाइड लाइन के आधार पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 500-500 की संख्या में कुल 49 हजार लोग सीधे जन चौपाल रैली का प्रसारण देखेंगे। इसके अतिरिक्त इन जिलों के 7878 बूथों पर शक्ति केन्द्र, बूथ अध्यक्ष, पन्ना प्रमुख, लाभार्थी और आम जन को टेलीविजन के माध्यम से भी रैली दिखाई जाएगी।