BHU के छात्रों ने बनाई दागी प्रत्याशियों से दूरी … बिड़ला-B हॉस्टल के संवाद में बोले छात्र; विधायक और सांसदों को मिले गीता के कर्मवाद की शिक्षा
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के बिरला-B हॉस्टल के छात्रों ने कहा कि वे यूपी चुनाव में दागी और माफिया बैकग्राउंड वाले प्रत्याशियों का बहिष्कार करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 पर आयोजित संवाद “वोट किसको’ विषय पर छात्रों ने कहा कि इसका विरोध सभी पार्टियों को करना चाहिए। वहीं राजनैतिक दलों को प्रखर राष्ट्रवाद के साथ गीता के आदर्शों पर चुनाव लड़ना चाहिए। क्योंकि इन्हीं से राजनीति में मूल्यों की रक्षा हो सकती है। पोस्ट डॉक्टोरल डॉ. अवनींद्र राय ने कहा कि विश्व विद्यालयों में छात्र राजनीति का बंद होना और छात्र संघों पर पाबंदी भी राजनीतिक दलों को गंदा बना रही है। उन्होंने कहा कि विधायक और सांसद को गीता के कर्मवाद की शिक्षा देनी चाहिए।

राजनीति में कर्मयोगी होना सिखाया जाए
बिड़ला-B हॉस्टल में छात्रों ने आज दूषित होती राजनीतिक व्यवस्था पर खुलकर अपनी बात रखी। छात्र मनीष तिवारी ने कहा कि राजनीति में कर्मयोगी होना सिखाया जाना चाहिए। उनके अंदर मानवीय मूल्यों को भी जगाना जरूरी है। प्रत्याशी सांस्कृतिक मूल्यों की पहचान कर सके तभी लोकतंत्र की सही तस्वीर जनता को दिखेगी। शोध छात्र अभिषेक सिंह ने कहा कि छात्र लोकतंत्र में आलोचक की भूमिका में नहीं आएगा तब तक मूल्यों की राजनीति में लगातार गिरावट ही आएगी। जो भी राजनैतिक दल समाज, राष्ट्र और छात्रों के बारे में नहीं सोचेगा वह आने वाले दिनों में मिट जाएगा।
चुनाव ही है बात करने का सबसे सही वक्त
शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी आजाद ने कहा कि चुनाव ही वह सही वक्त है जब उनसे मूल्यों की राजनीति पर बात की जा सकती है। प्रखर राष्ट्रवाद के शंखनाद का सही समय यही है। जरूरत इस बात की है कि माफियाओं को राजनीति से बेदखल कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि लोग आएंगे जाएंगे, लेकिन राजनैतिक मूल्य बरकरार रहने चाहिए। शोध छात्र सुबोध कांत ने कहा कि सरकार ऐसी होनी चाहिए जो रक्षण, शिक्षण और जनता के पोषण का ख्याल रखे। पार्टियों को समरसता पर काम करना चाहिए न कि जातिगत आधारित राजनीति। सुयश राय ने कहा कि व्यक्तिगत लाभ पर वोट न करें देशहित की बात करने वाले को ही वोट दें। चुनाव एक बाजार है और राजनीति में लगातार गिरावट आ रही है।
दंगा कराने वालों को न दें वोट
शोध छात्र अभय चौरसिया ने कहा कि दंगा कराने वालों को वोट न दें। जो छात्रों के बारे में सोचें उसे वोट करें। स्वेटांक मिश्र ने कहा कि युवा देश भारत को यूथ पसंद नेता चाहिए। संवाद लोकतंत्र का प्रथम सोपान है इस लिए जब मूल्य की बात होगी तब तब संवाद लोकतंत्र को मजबूत करने का सशक्त माध्यम होगा।
राम और रहीम दोनों का है प्रदेश
विवेक मिश्र ने कहा कि राजनीति में मूल्यों को बचाने के लिए विश्व विद्यालयों को आगे आना होगा। शोध छात्र वैभव तिवारी ने कहा कि यह प्रदेश राम और रहीम दोनों का है। मूल्यपरक राजनीति इन्हीं के विचारों पर चलने से बचेगी। कार्यक्रम का संयोजन और संचालन हॉस्टल कोआर्डिनेटर डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्र, अध्यक्षता डॉ अशोक सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनिल कुमार सिंह ने किया। इस दौरान शोध छात्र उत्कर्ष द्विवेदी, दीपक यादव समेत कई छात्रों ने चुनाव पर चर्चा की।