राजनाथ सिंह के बेटे पंकज नोएडा से आजमा रहे किस्मत; जानिए 20 साल बाद कहां होंगे

पंकज सिंह यूपी की राजनीति के वो चेहरे हैं, जिन्होंने बड़े पॉलिटिकल घराने से होने के बावजूद हेलिकाप्टर एंट्री नहीं की। पार्टी में छोटे पदों से शुरुआत करके खुद अपनी जगह बनाई। ‘संघर्ष से जीत’ वाले मूल मंत्र पर उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकारिणी सदस्य से नोएडा के विधायक होने तक का सफर तय किया।

उन्हें लेकर मशहूर ज्योतिषाचार्य नस्तूर बेजान दारूवाला भविष्यवाणी करते हैं कि उनका जन्म अंक 12 है। इसका टोटल 3 होता है। इस अंक का अर्थ विजय है। वह अगर इलेक्शन में खड़े हैं, तो परिणाम उनके पक्ष में हो सकता है। उनकी कुंडली में मंगल उच्च का है। बुध अपने खुद के घर को देख रहा है। वह इसीलिए बड़े पॉलिटिकल घराने में पैदा हुए।

जिस भी विधानसभा सीट पर रहेंगे, विकास करेंगे। उन्हें नीला और सुनहरा रंग का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए। उनके आने वाले 5 साल अच्छे है, फिर उसके आगे के 5 साल और अच्छे हैं। पावर में रहेंगे। 20 साल बाद वो केंद्र सरकार में नजर आ सकते हैं। मंत्री हो सकते हैं। पॉलिटिक्स के साथ ड्राई फ्रूट्स का बिजनेस कर सकते हैं। असहाय बच्चे, महिलाओं की शिक्षा-वेलफेयर के काम करेंगे।

विधानसभा चुनाव 2022 में दैनिक भास्कर प्रतिदिन दिग्गज नेताओं के कल, आज, कल के बारे में आपको बता रहा है। इस प्रस्तुति में आने वाले कल में पंकज सिंह की तस्वीर को फोटोशॉप की मदद से तैयार किया गया है।

  • पंकज सिंह भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के बेटे हैं।
  • उनका जन्म 12 दिसंबर 1978 को पलामू जिले के डाल्टनगंज में हुआ था।
  • उनके पिता राजनाथ सिंह वर्तमान में देश के रक्षा मंत्री हैं।
  • 1996 में लखनऊ के महानगर बॉयज इंटर कॉलेज से 12वीं पास की है।
  • 1999 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज से बी.कॉम की डिग्री ली।
  • 1999-2001 में नोएडा स्थित एमिटी बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा किया है।
  • उनकी पत्नी सुषमा सिंह भारतीय शूटर रही हैं। अब वह कोचिंग चलाती हैं।
  • दोनों की नवंबर 2004 में शादी हुई थी। उनकी बेटी का नाम दिव्या और बेटे का नाम आर्यवीर है।
  • पंकज 2004 में भाजपा युवा मोर्चा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने।
  • 2007 में वह उत्तर प्रदेश भाजपा इकाई के कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए।
  • चुनाव की पॉलिटिक्स के लिए वाराणसी के चिरईगांव विधानसभा सीट से उन्हें प्रत्याशी बनाया गया।
  • लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार किया। ये कदम उन्होंने अपने पिता की सलाह पर उठाया था।
  • सामने आया था कि राजनाथ चाहते थे कि पंकज कुछ और साल पार्टी में काम करें।
  • 2010 में पंकज को उत्तर प्रदेश भाजपा में सचिव नियुक्त किया गया था।
  • कुछ ही महीनों के बाद उनका प्रमोशन करके महासचिव बना दिया गया था।
  • 2017 के विधानसभा चुनाव में पंकज पहली बार नोएडा से चुनाव लड़े और जीते भी।
  • अगस्त 2021 में भारतीय तलवारबाजी संघ (FAI) के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे।
  • अब वह 2022 में एक बार फिर नोएडा विधानसभा से ही मैदान में हैं।

5 साल में बढ़ी पंकज की नेटवर्थ

नामांकन के साथ पंकज ने चुनाव आयोग में अपनी संपत्ति का ब्योरा भी दिया है। दाखिल आयकर रिटर्न के आधार पर उनकी सालाना आय 3.71 लाख रुपए है। उनकी पत्नी की सालाना आय 18.69 लाख बताया गया है, जबकि नगद सिर्फ 40 हजार ही दिखाया गया है। उनकी नेटवर्थ बढ़ी है। 5 सालों में उनकी चल संपत्ति 1.60 करोड़ से बढ़कर 2.42 करोड़ हो चुकी है। वहीं अचल संपत्ति 1.45 करोड़ से बढ़कर 2.33 करोड़ हो गई है।

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