Delhi-NCR: मथुरा-वृंदावन के लिए बनेगा नया हाई-वे, अब यमुना एक्सप्रेस वे से सीधे जुड़ेंगे ब्रज के मंदिर
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में नया एक्सप्रेसवे बनेगा. जिस वजह से यमुना एक्सप्रेस के किनारे बनने वाली राया हेरिटेज सिटी से मथुरा-वृंदावन तक पहुंचने में आसानी होगी. इस दौरान सीबीआरई कंपनी ने DPR तैयार कर ली है.
delhi : एनसीआरबी से सटे ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे विकसित होने वाली राया हेरिटेज सिटी को मथुरा-वृंदावन से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. जो कि सिक्स लेन का यह एक्सप्रेसवे 100 मीटर चौड़ा होगा. हालांकि अभी इस परियोजना की DPR बनाने वाली कंपनी से फिजिबिलिटी रिपोर्ट मांगी गई है. बता दें कि यमुना प्राधिकरण एक्सप्रेसवे के किनारे राया में 9350 हेक्टेयर में हेरिटेज सिटी विकसित करेगा. जिसमें 731 हेक्टेयर में पर्यटन जोन और 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा. इसे बनाने में तकरीबन 7000 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
दरअसल, यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) का उद्देश्य है कि यदि पर्यटक यमुना एक्सप्रेसवे से होकर गुजरे तो वह राया में रुके और मथुरा वृंदावन जैसी स्थिति का एहसास कर सकें. इसी के उलट यहां पर राया हेरिटेज सिटी विकसित की जानी है. इसके लिए सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना रही है. जहां पर बीते सोमवार को कंपनी के प्रतिनिधियों ने यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के सामने अपनी रिपोर्ट का प्रजेंटेशन दिया. इस पर अधिकारियों ने कंपनी से द्वारकाधीश और बांके बिहारी मंदिर तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है.
जानिए DPR क्या-क्या होगा शामिल?
वहीं, यमुना प्राधिकरण के आधिकारियों ने बताया कि राया से मथुरा-वृंदावन तक 100 मीटर चौड़ा सिक्स लेन का एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. इसकी दूरी 16 किमी ज्यादा है. इससे राया से दोनों शहरों की पहुंच काफी आसान हो जाएगी. इस दौरान कार चालकों काफी आसानी होगी. इसके अलावा अधिकारियों ने कहा कि DPR में नेचुरोपैथी सेंटर, आयुर्वेद के सेंटर, योग केंद्र, वेलनेस सेंटर, म्यूजियम, कन्वेंशन सेंटर, थीम पर आधारित हेरिटेज सेंटर, चौकी धानी की तर्ज पर विकास, हॉट, अध्यात्मिक केंद्र, थीम पार्क, होटल आदि को भी शामिल किया जाए. साथ ही स्थानीय कला को भी DPR में जगह दी जाएगी.
ग्रामीण अंचल की झलक देखने को मिलेगी
गौरतलब है कि अगर कोई राया हेरिटेज सिटी घूमने के लिए जाता है तो उसे ग्रामीण अंचल की झलक देखने को मिलेगी. इस दौरान किसी को मेडिटेशन करना है तो उसकी भी जगह यहां पर मिलेगी, इसीलिए आध्यात्मिक केंद्रों का प्रावधान किया जा रहा है. यहां पर रहने के लिए होटल भी बनाए जाएंगे, जिससे कि पर्यटकों को ठहरने के लिए असुविधा ना हो. यहां पर थीम आधारित हेरिटेज सेंटर बनेंगे, जिससे लोगों को ऐतिहासिक चीजें भी देखने को मिल सकें.
राया हेरिटेज में दिखेगी पर्यटकों को सांस्कृतिक झलक
बता दें कि सीबीआरई कंपनी के प्रतिनिधियों ने बीते सोमवार को दिए प्रेजेंटेशन में प्रोडक्ट मिक्स डेवलपमेंट मॉडल का प्रस्तुतिकरण दिया. उन्होंने बताया कि यहां पर थियोलॉजिकल विलेज, कल्चरल एरेना विकसित किया जाएगा. यहां पर मथुरा वृंदावन से जुड़ी सभी ऐतिहासिक स्थलों की झलक दिखेगी. जिससे कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को दोनों पुराने शहरों का अहसास हो सके. वहीं,यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि राया हेरिटेज सिटी की डीपीआर बनाने वाली कंपनी ने प्रजेंटेशन दिया है. इसके अलावा कंपनी से राया से मथुरा-वृंदावन तक नए एक्सप्रेसवे के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही कई प्वाइंटों को भी शामिल किया गया है.