UP चुनाव में मोदी लहर को ऐसे समझिए … जहां लड़ाई कठिन थी, वहीं उतरे मोदी; फिर भी 19 रैलियों से 134 सीटों पर जीत दिलाई
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 2017 की तरह इस बार भी मोदी मैजिक खूब चला। मजबूत रणनीति के तहत PM मोदी ने पश्चिमी UP से लेकर पूर्वांचल तक 134 सीटों पर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। खास बात यह रही कि कड़ी टक्कर वाली सीटों पर PM मोदी ने खुद कमान संभाली थी। इन सीटों पर वो हिंदुत्व का संदेश देने में कामयाब भी रहे।
PM मोदी ने पहले चरण के प्रचार से 20 दिनों के अंदर 19 रैलियां करके 192 सीटों के लोगों तक अपनी बात पहुंचाई। सपा प्रमुख अखिलेश भी मोदी क्रेज को समझते थे। इसलिए उन्होंने भी इन्हीं सीटों पर जनसभाएं कीं। हालांकि, नतीजा आपके सामने है। मोदी ने जिन सीटों पर प्रचार किया, उनमें 134 विधानसभा सीटें भगवा रंग में रंग चुकी हैं।
मोदी ने 16,836 किमी का चुनावी सफर किया
प्रचार बिना कोई चुनाव नहीं होता। 2007 की बहुमत वाली मायावती सरकार के पैर अखिलेश यादव ने 2012 में रथयात्रा और जनसंपर्क करके उखाड़े थे। सीधे शब्दों कहें तो मायने यही रखता है कि चुनाव में नेताजी जनता के बीच कितना रहे।
खुद PM मोदी वाराणसी में हाथ जोड़कर वोट मांगते नजर आए। उनकी चुनावी यात्रा सहारनपुर से 10 फरवरी को शुरू हो जाती है। नॉनस्टॉप वो 5 मार्च तक लोगों के बीच रहते हैं। योगी को दोबारा CM बनाने के लिए लोगों से अपील करते हैं। इस दौरान वो माफिया पर प्रहार, मजबूत लॉ एंड ऑर्डर से लेकर सपा के शासन में हुई गुंडागर्दी तक को याद दिलाते हैं। UP चुनाव के लिए PM मोदी ने करीब 16,836 किमी का सफर तय किया।
UP में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से लेकर पूरा संगठन चुनावी मैदान में नजर आया। CM योगी आदित्यनाथ ने भी 18,200 किमी की चुनावी यात्रा करते हुए 73 जनसभाएं की।
अखिलेश ने 98 जनसभाएं, जबकि मायावती ने सिर्फ 12 रैलियां कीं
दूसरी तरफ, विपक्ष में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूरे दमखम के साथ चुनाव प्रचार किया। 20 दिनों में उन्होंने ताबड़तोड़ 98 जनसभाएं कीं। भीड़ भी खूब जुटाई, पश्चिम UP, अवध से लेकर पूर्वांचल तक वो भाजपा को कांटे की टक्कर देते नजर आए। इस दौड़ में प्रियंका गांधी भी पीछे नहीं हैं। कांग्रेस के लिए जनाधार को खोजते हुए उन्होंने 209 सीटों पर 50 जनसभाएं कीं।
अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिखती मायावती लोगों के बीच सबसे कम नजर आईं। 20 दिन में उन्होंने सिर्फ 12 जनसभाएं कीं। जिसके प्रभाव में 84 विधानसभा सीटें आती हैं।
आइए आपको PM मोदी प्रभाव से जीती गईं सीटों के बारे में बताते हैं…
इन सीटों में नकुड़, देवबंद, रामपुर मनिहारन, गंगोह, कासगंज, अमनपुर, छिबरामऊ, कन्नौज, तिरवा, रसूलाबाद, अकबरपुर-रनिया, सिकंदरा, भोगनीपुर, सीतापुर, महोली, हरगांव, बिसवां, सेवता, सिधौली, मिश्रिख, जहानाबाद, बिंदकी, खागा, हरदोई, सवायजपुर, शाहाबाद, गोपामऊ, सांडी, बिलग्राम, बालामऊ, संडीला, उन्नाव, बागरमऊ, भगवंतनगर, पुरवा, गोंडा, मेहनौन, कटरा बाजार, कर्नलगंज, तरबगंज, मानकपुर, बहराइच, बलहा, नानपारा, महसी, पयागपुर हैx।
इसके अलावा, बलरामपुर, उतरौला, तुलसीपुर, कुर्सी, रामनगर, दरियागंज, जगदीशपुर, इलाहाबाद पश्चिम, करछना, फाफामऊ, बारा, कोरांव, इलाहाबाद उत्तरी, इलाहाबाद दक्षिणी, फूलपुर, प्रतापगढ़, विश्वनाथ गंज, वाराणसी उत्तरी, शिवपुर, रोहनिया, कैंट, पिंडरा, अजगरा, सेवापुरी, दक्षिणी, देवरिया, पत्थरदेवा, रामपुर खरखाना, भटपर रानी, सलेमपुर, बरहाज, हर्रैया, नौतनवां, सिसवा, महाराजगंज, पनियारा, कुशीनगर, फाजिलनगर, तमकुहीराज, पडरौना (सदर), रामकोला (सुरक्षित), जौनपुर की 4 सीट, चंदौली की तीन सीट, छानबे, मिर्जापुर समेत 134 सीटों को भगवा किया।
मोदी की जनसभाओं के बावजूद ये सीटें सपा और अन्य दलों ने जीतीं ..
बेहट, सहारनपुर नगर, सहारनपुर ग्रामीण, पटियाली, लहरपुर, मेहमूदाबाद, फतेहपुर, हुसैनगंज, गऊरा, मटेरा, केसरगंज, गेनसारी, बाराबंकी, जैदपुर, सिराथू, मंझनपुर, चैल, अमेठी, गौरीगंज, मेजा, प्रतापपुर, हंडिया, सोरांव, पत्ती, रानीगंज, बस्ती सदर, कप्तानगंज, रुदौली, महादेवा, जौनपुर की तीन सीटें, केराकत, चंदौली की एक सीट समेत 54 सीटों पर कब्जा जमाया।
इनमें कांग्रेस ने रामपुर खास और फरेंदा विधानसभा सीटों पर कब्जा जमाया। वहीं, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशियों ने बाबागंज और कुंडा सीट अपने नाम की।
सेट प्लान के तहत मोदी ने सपा के गढ़ में सबसे ज्यादा रैलियां कीं
चरण | जनसभा | सीटों पर असर |
पहला | एक | आठ सीटें |
दूसरा | तीन | 25 सीटें |
तीसरा | तीन | 38 सीटें |
चौथा | दो | 29 सीटें |
पांचवां | तीन | 46 सीटें |
छठवां | दो | 12 सीटें |
सातवां | पांच | 34 सीटें |
CM योगी ने 368 विधानसभा सीटों तक अपनी बात पहुंचाई
पूर्ण बहुमत के जादुई आंकड़े को छूने के लिए CM योगी आदित्यनाथ ने UP में करीब 18,200 किमी की यात्रा की। उन्होंने 20 दिन में 73 जनसभाएं कीं। 8 फरवरी को उन्होंने मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा से जनसभाओं का आगाज किया। फिर पश्चिम से अवध, मध्य क्षेत्र होते हुए बुंदेलखंड और पूर्वांचल के लोगों तक पहुंचे। करीब 368 विधानसभा सीटों तक वो अपनी बात पहुंचाने में कामयाब हुए। आइए चरणवार आपको जनसभाओं के बारे में बताते हैं..
सबसे ज्यादा तीसरे और पांचवें चरण में लोगों तक पहुंचे
चरण | जनसभाएं | सीटों पर प्रभाव |
पहला | 7 | 48 |
दूसरा | 9 | 25 |
तीसरा | 22 | 90 |
चौथा | 11 | 64 |
पांचवां | 16 | 91 |
छठवां | 02 | 15 |
सातवां | 06 | 15 |