भोपाल में पकड़े आतंकियों का ग्वालियर कनेक्शन … ATS ने एक संदेही आतंकी को ग्वालियर के अवाड़पुरा से उठाया था, इंटेलीजेंस अलर्ट; संवेदनशील इलाकों पर नजर

भोपाल में पकड़े गए बांग्लादेशी आंतकी संगठन जमात ए मुजाहिदीन के सदस्यों का ग्वालियर कनेक्शन भी सामने आया है। ATS (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) की टीम ने चार में से एक सदस्य को ग्वालियर के अवाड़पुरा में खजांची बाबा की दरगाह के पास से पकड़ा है। वह सदस्य यहां नाम बदलकर रह रहा था। कार्रवाई की ग्वालियर पुलिस को भनक तक नहीं लगी।

घटना के बाद से ग्वालियर पुलिस, इंटेलीजेंस अलर्ट मोड़ पर आ गई है। क्योंकि यहां सेना की छावनी, एयरफोर्स होने से यह हमेशा से संवेदनशील माना जाता रहा है। इससे पहले भी यहां संदेही आतंकी पकड़े जा चुके हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने अवाड़पुरा में जाकर पूछताछ की, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

यह है पूरा मामला
मध्य प्रदेश भोपाल से रविवार को ATS ने 4 आतंकियों को पकड़ा। प्रारंभिक पूछताछ में इनका बांग्लादेशी होना पाया गया। जो कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन (बांग्लादेश) के सदस्य हैं। वे यहां रहकर आतंकी गतिविधियों के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे। ताकि भविष्य में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके। इनमें से दो आतंकी ऐशबाग इलाके की फातिमा मस्जिद के पास किराए से रह रहे थे।

इनकी निशानदेही पर करोंद इलाके की खातिजा मस्जिद के करीब एक घर में रह रहे एक और आतंकी को पकड़ा गया। हिरासत में लिए गए आतंकियों से भारी मात्रा में जेहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। इससे पहले मध्य प्रदेश ATS को सूचना मिली थी कि भोपाल में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। पड़ताल के बाद शनिवार देर रात 3:30 बजे पुलिस ऐशबाग पहुंची और एक बिल्डिंग में छापा मारा।

यहां पुलिस के आने की भनक लगने पर आतंकियों ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। जिसके बाद पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई और वहां से दो लोगों को पकड़ा गया। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी आतंकियों के JMB से जुड़े होने की पुष्टि की है।

यह आतंकी पकड़े गए हैं
ATS ने इनको पकड़ा है फजहर अली (32) उर्फ मेहमूद पिता अशरफ इस्लाम,मोहम्मद अकील (24) उर्फ अहमद पिता नूर अहमद शेख, जहूरउद्दीन (28) उर्फ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली पिता शाहिद पठान, फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन उर्फ हुसैन पिता अब्दुल रहमान आदि हैं।

ग्वालियर फिर चर्चा में
बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन जमात-ए- मुजाहिद्दीन के आतंकवादी पकड़े जाने व एक संदिग्ध को एटीएस द्वारा ग्वालियर से पकड़े जाने के बाद ग्वालियर प्रदेश में फिर चर्चा में है। भोपाल में एटीएस ने आतंकवादियों के ग्वालियर के अवाड़पुरा से पकड़े गए से संदिग्ध के कनेक्शन को उजागर नहीं किया है, लेकिन शहर में पुलिस की खुफिया विंग सक्रिय हो गई है।

बताया गया है कि यहां से पकड़े गए संदिग्ध से पूछताछ की जा रही है। ग्वालियर में पूर्व में भी पंजाब के आतंकवादी, पाकिस्तानी जासूस व संदिग्ध बांग्लादेशी भी पकड़े जा चुके हैं। भोपाल में बांग्लादेशी आतंकवादियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने ग्वालियर में बांग्लादेशी व संदिग्धों की निगरानी शुरू कर दी है। हालांकि इस संबंध ग्वालियर पुलिस कुछ भी नहीं बोल रही है।

पूर्व में यह पकड़े जा चुके हैं
पूर्व में इंदरगंज क्षेत्र के डलिया वाले मोहल्ले में 2006 में पाकिस्तानी जासूस अब्बास अली खान को पकड़ा था। विश्वविद्यालय क्षेत्र में जासूस सुशील शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। सुशील को वायुसेना स्टेशन के फोटो, नक्शे व अन्य दस्तावेज के साथ पकड़ा गया था इन्हें वह पाकिस्तान भेज रहा था। बांग्लादेशी संदिग्ध अल मक्की को भी पुलिस ने स्टेशन बजरिया क्षेत्र में पकड़ा था लेकिन उस पर जासूसी में शामिल होने की पुष्टि नहीं हो पाई थी। वह पुलिस कस्टडी से भागने में सफल रहा था।

6 महीने में बाहर से आने वालों की छानबीन शुरू
भोपाल में आतंकवादियों के खुलासे में ग्वालियर के अवाड़पुरा का कनेक्शन सामने आने के बाद पुलिस ने ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया है। पुलिस की खुफिया विंग विगत एक वर्ष व छह माह में बांग्लादेश व पाकिस्तान सहित अन्य देशों से ग्वालियर आए लोगों की सूची भी एकत्र कर रही है। इस सूची में संदिग्धों की अलग सूची तैयार कर उनकी निगरानी व पड़ताल की जाएगी।

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