लड़कियों की हेयर पिन, पायल और हेयर बैंड तक उतरवाए गए, तो एग्जाम सेंटर में मोबाइल कैसे पहुंचा?
शिक्षक पात्रता परीक्षा पर्चा लीक की कहानी ?
शिक्षक भर्ती पात्रता परीक्षा वर्ग-3 का वायरल पर्चा सरकार के गले की फांस बन गया। 25 मार्च को परीक्षा के आखिरी दिन पेपर का स्क्रीनशॉट बाहर आने के बाद सरकार खुद को बचाने की कोशिश में जुट गई है। जांच शुरू होने से शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार कह चुके हैं कि परीक्षा रद्द नहीं होगी।
जांच के दौरान सागर में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बेटे के कॉलेज का नाम आते ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा उनके बचाव में सामने आ गए। कहा कि जिस कॉलेज से पर्चा लीक होने की बात सामने आ रही है, उसे कंपनी ने किराए पर लिया था। मंत्रियों की ये हड़बड़ी ही बयां कर रही है कि परीक्षा में धांधली तो हुई है। आपको याद होगा फरवरी 2021 में कृषि विस्तार अधिकारी और ग्रुप डी की परीक्षा पर सवाल उठने के बाद भी पीईबी खुद को पाक साफ बता रहा था, लेकिन बाद में परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। …..

PEB के तर्क और उठते सवाल…
1. ये प्रश्न पत्र की फोटो नहीं है, बल्कि स्क्रीनशॉट है।
सवाल: वो बाहर कैसे आया?
2. तो क्या पेपर के स्क्रीनशॉट लिए जा सकते हैं?
सवाल- एग्जाम सेंटर से स्क्रीनशॉट बाहर आया मतलब भीतर मोबाइल था, वो किसका था?
3. एग्जाम सेंटर से पर्चे का स्क्रीनशॉट बाहर किसने भेजा?
सवाल- जब वहां जैमर लगे थे तो ये बाहर कैसे आया?
4. सरकार कह रही है कि परीक्षा के एक दिन बाद 26 तारीख को स्क्रीनशॉट बाहर आया।
सवाल: बिल्कुल गलत… ……….ने ग्वालियर के मदन मोहन का इंटरव्यू लिया है, जिसमें उसने 25 तारीख को परीक्षा के आखिरी दिन ही धौलपुर के किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन से पर्चे के फोटो खींचे थे। ये वहीं पर्चा था, जो उसने हल किया था।
इतनी हड़बड़ी आखिर क्यों?
शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 के पेपर लीक होने के आरोपों के बाद जांच से पहले ही स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने ये बयान दिया कि परीक्षा रद्द नहीं होगी। परमार को जांच से पहले ये मालूम कैसे चला कि पेपर लीक नहीं है। सागर में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कॉलेज से पर्चा लीक की बात जांच में सामने आई तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने सफाई दे दी? गृहमंत्री को कैसे मालूम कि इसमें मंत्री की कोई भूमिका नहीं है। PEB बार-बार क्यों दोहरा रहा है कि ये लीक नहीं है, जबकि अभी जांच पूरी नहीं हुई है।
करंट स्टेटस… जांच चल रही है… 8 दिन लगेंगे
MAPIT के अधिकारी पर्चा लीक की जांच कर रहे हैं। सागर के कॉलेज से बरामद वो कम्प्यूटर, लॉगबुक और परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी MAPIT को हैंडओवर कर दिए गए हैं। जांच अधिकारी इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि आखिर स्क्रीनशॉट कैसे बाहर आया? इसका क्या मकसद था?
पीईबी पर संदेह की पुख्ता वजह भी हैं…
15 मिनट में 100% प्रश्न सही करने वालों ने ही लीक किया था पेपर
फरवरी 2021 में आयोजित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षा भी PEB ने ऑनलाइन कराई थी। इसमें बहुत ही औसत छात्र मेरिट में आए। ये सब ग्वालियर के थे। पहले पीईबी ने गलत नहीं माना, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि प्रश्न पत्र पहले ही डाउनलोड हो चुके थे। यानी लीक हो चुके थे। इसकी जांच में ये भी पता चला कि जो छात्र मेरिट में आए। उन्होंने 15 मिनट में 100 अंक का पर्चा हल कर लिया था। इसके लिए 1 घंटे का समय निर्धारित था।
जनवरी 2021 में हुई ग्रुप-डी और स्टॉफ नर्स परीक्षा भी रद्द हुई थी
जनवरी 2021 में ही ग्रुप डी और स्टॉफ नर्स की भी परीक्षा PEB ने ऑनलाइन आयोजित की थी। इसमें भी शिकायत की जांच में पाया गया कि एग्जाम सेंटर पहुंचने से पहले किसी अनाधिकृत कम्प्यूटर पर प्रश्न पत्र डाउनलोड किया गया था। इस आधार पर ये परीक्षा भी रद्द की गई। दैनिक भास्कर के पास इन दोनों परीक्षाओं की वो पूरी जांच रिपोर्ट भी उपलब्ध है, जिसमें इन परीक्षाओं के पेपर लीक होने की पुष्टि की गई है। 28 अगस्त 2021 को खुद पीईबी ने इस रिपोर्ट को परीक्षाओं को निरस्त करने का आधार माना था।