CM राइज स्कूल गांव से दूसरी जगह शिफ्ट न हो, इसलिए सरकार को दे दी 4 बीघा जमीन

अशोकनगर के किसान ने दान की 25 लाख की जमीन ….

CM राइज स्कूल अपने ही गांव में बने, इसलिए अशोकनगर के किसान ने 4 बीघा जमीन सरकार को दान दे दी। किसान का कहना है कि शिक्षा से बढ़कर कुछ नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि पहले किसान के पिता भी सरकार को जमीन दान दे चुके हैं।

मामला जिला मुख्यालय से 30 KM दूर महिदपुर गांव का है। यहां CM राइज स्कूल बनाने का प्रस्ताव था। स्कूल के लिए 10 बीघा जमीन की आवश्यकता थी। शासन के पास 6 बीघा जमीन ही थी। कलेक्टर आर. उमा माहेश्वरी बुधवार को गांव पहुंचीं। उन्होंने 6 जगहों का निरीक्षण किया। 4 बीघा जमीन का बंदोबस्त नहीं हो सका। इस वजह से स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट करने का निर्णय किया।

यह बात गांव के बृजेंद्र सिंह रघुवंशी को पता चली, तो वे शुक्रवार को कलेक्टर से मिलने गए। रघुवंशी ने कलेक्टर से कहा कि वे स्कूल के लिए 4 बीघा जमीन दान में देना चाहते हैं। कलेक्टर ने उन्हें SDM से मिलने के लिए कहा, जहां दान पत्र की कार्रवाई शुरू की गई।

गांव वाले और किसान जमीन दान करने कलेक्ट्रेट पहुंचे।
गांव वाले और किसान जमीन दान करने कलेक्ट्रेट पहुंचे।

किसान बोले- मुझे पता है शिक्षा का महत्व
बृजेंद्र का कहना है कि शिक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है। मैं भी गांव से शहर जाकर पढ़ाई करता था, इसलिए मुझे पता है कि शिक्षा का महत्व क्या होता है। शासन की इतनी बड़ी योजना का लाभ गांव के बच्चों को मिले, इसलिए मैंने बिना सोचे 25 लाख रुपए कीमत की 4 बीघा जमीन स्कूल के लिए दान में दे दी।

बृजेंद्र कलेक्टर से मिलने के बाद SDM से मिले और दान पत्र की कार्रवाई शुरू की।
बृजेंद्र कलेक्टर से मिलने के बाद SDM से मिले और दान पत्र की कार्रवाई शुरू की।

पिता ने भी दान में दी थी जमीन
ग्रामीणों का कहना है कि बृजेंद्र के पिता स्व. नथन सिंह रघुवंशी 40 साल तक सरपंच रहे हैं। उन्होंने भी खुद की जमीन पर स्कूल, सोसाइटी और पंचायत भवन बनवाए। इसी के साथ उन्होंने दो बीघा जमीन पर गरीब लोगों के लिए मकान भी बनवाए थे।

अच्छी सुविधाओं के लिए फेमस है CM राइज
बृजेंद्र ने दैनिक भास्कर को बताया कि मैं मामूली किसान हूं। मेरे पूर्वज समाजसेवा करते आए हैं, इसलिए मुझे भी समाज की सेवा करना पसंद है। मेरे पास 79 बीघा जमीन है। इसमें से 4 बीघा जमीन मैंने दान में दे दी। ऐसा नहीं है कि गांव में स्कूल नहीं है। गांव में 12th तक का शासकीय स्कूल है। चूंकि, CM राइज स्कूल अच्छी पढ़ाई और हाई-टेक सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है। इससे गांव के विद्यार्थियों का मानसिक और शारीरिक विकास होगा।

जांच के बाद ही कुछ कह सकेंगे
मामले में कलेक्टर माहेश्वरी ने बताया कि उन्होंने अभी तक कागजात जमा नहीं किए हैं। वह पहले कागज जमा करेंगे फिर हम उनकी जांच करेंगे। कहीं जमीन पर विवाद तो नहीं है, इसका भी पता लगाना है। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *