गड्ढों में तब्दील हुईं बाजार की सड़कें, धूल के गुबार और जाम से जूझ रहे लोग
शहर में सीवर और पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए मनमाने तरीके से की जा रही खुदाई भिंड(नईदुनिया प्रतिनिधि)। बाजार की सड़कें वर्तमान में गड्ढों में तब्दील होती होती जा रही हैं। धूल के गुबार और जाम की समस्या से हर रोज शहरवासियों को जूझना पड़ रहा है। जिसकी वजह शहर में बिना प्लानिंग सीवर और पानी की पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए सड़कों की ख
भिंड …। बाजार की सड़कें वर्तमान में गड्ढों में तब्दील होती होती जा रही हैं। धूल के गुबार और जाम की समस्या से हर रोज शहरवासियों को जूझना पड़ रहा है। जिसकी वजह शहर में बिना प्लानिंग सीवर और पानी की पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए सड़कों की खुदाई कराया जाना है, लेकिन इस ओर न तो जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न अधिकारी।
शहर के सदर बाजार और उसे जोड़ने वाली गलियां इन दिनों उखड़ी पड़ी हैं। ऐसे में राहगीरों को गड्ढों के बीच से होकर अपना सफर तय करना पड़ रहा है। हालत यह है कि गोल मार्केट, सदर बाजार, राज टॉकीज वाली गली, इमली वाली गली, कृष्णा टॉकी वाली गली सहित अन्य जगहों पर सड़क पर एक से डेढ़ फीट गहरे गड्ढे हैं। जोकि कभी भी हादसे की वजह बन सकते हैं। साथ ही सड़कें खुदी पड़ी होने की वजह से दुकानदारों का दुकानों में बैठना मुश्किल हो रहा है। दुकानदारों का कहना है कि दिनभर धूल के गुबार उड़ने की वजह से एक तरफ जहां दुकानों रखा कीमती सामान खराब हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ धूल की वजह से आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी होती है। अगर बाजार की सड़कों पर सुबह-शाम के समय पानी के टैंकर से छिड़काव करा दिया जाए तो काफी हद तक धूल की समस्या से निजात मिल सकती है।
शहर में सीवर और पानी की पाइप लाइन बिछाए जाने का कार्य मनमर्जी से किया जा रहा है। इस वजह से बाजार में कभी भी कहीं से सड़क की खुदाई शुरू कर दी जाती है। हालत यह है कि सीवर की लाइन बिछाए जाने के सड़क की खुदाई कराते समय कभी पानी की लाइन टूटती है, तो कभी पानी की लाइन की खुदाई कराते समय सीवर की। ऐसे में शहरवासियों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर उन्हें कब इस समस्या से निजात मिलेगी।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जहां बाजार में ज्यादातर दुकानदारों के मुंह से मास्क गायब थे, वहीं अब धूल के गुबार से बचने के लिए अपनी दुकानों पर मास्क लगाकर बैठे नजर आ रहे हैं। वहीं शास्त्री चौराहे से गौरी सरोवर को जोड़ने वाली सड़क पर दिनभर धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। उड़ती धूल आंखों को नुकसान पहुंचा रही है। यही कारण है कि जिला अस्पताल में पहुंचने वाले आंखों के रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
-धूल की वजह से बाजार में खड़ा होना मुश्किल हो रहा है। धूल के गुबार उड़ने की वजह दुकानदारी भी प्रभावित हुई है। जिम्मेदारों को जल्द से जल्द इस समस्या का निराकरण कराया जाना चाहिए।
मंगल सिंह कुशवाह, व्यापारी
-बाजार की ज्यादातर सड़कें खुदी पड़ी हैं। न जाने कब तक शहर में सीवर और पानी की पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए सड़कों की खुदाई कराई जाएगी।
संतोष कुमार जैन, दुकानदार
-सड़क पर उड़ने वाली धूल से लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आंखों में जलन पड़ रही है, तो उसे मसलें नहीं। ज्यादा समस्या होने पर डाक्टर की सलाह लें।
डा. प्रभात उपाध्याय, नेत्र रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल भिंड