ग्वालियर … शुद्धता जांचने के सिस्टम मेंं लगी जंग … सैंपलिंग- 12600 काराेबारी, 9 ऑफिसर, 30 दिन में 1 काे सिर्फ 6 नमूने का टारगेट

  • 70 दिन बाद पता चला पनीर में कम था फैट, भोपाल लैब में अटकीं 328 रिपोर्ट…..

खाद्य पदार्थों की शुद्धता जांच के सिस्टम में जंग लग चुकी है। न नमूने लेने में तत्परता दिखाई जा रही है और न जांच एवं जुर्माने में। शहर में ़12600 से अधिक पंजीकृत फूड काराेबारी हैं और 9 फूड सेफ्टी ऑफिसर। हर ऑफिसर काे विभागीय लक्ष्य प्रति माह कम से कम 6 नमूने लेने का दिया गया है।

दूसरी तरफ विभाग से लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन लेकर जिले में खाद्य पदार्थों का कारोबार करने वाले लोगों की संख्या 12600 है। इससे साफ है कि नमूने लेने की कार्रवाई काफी सीमित है। सभी ऑफिसर यदि पूरा टारगेट भी करते हैं ताे साल में 648 नमूने ही हाेंगे। ये कुल काराेबारियाें का महज 5 प्रतिशत है।

इसमें भी यदि एक काराेबारी से दाे या तीन नमूने लिए गए ताे संख्या और कम रह जाएगी। इसी तरह नमूने की रिपोर्ट 14 दिन में आना चाहिए लेकिन इसमें महीनों लग रहे हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने 31 जनवरी को रेलवे स्टेशन से पनीर के 6 नमूने लिए थे। चार के नमूनों की पूरे 70 दिन बाद आई।

रिपोर्ट में पनीर अमानक होने की पुष्टि हुई। दो की रिपोर्ट अभी और आना बाकी है। यही नहीं ग्वालियर से लैब भेजे गए कुल 328 नमूनों की रिपोर्ट आने का अभी इंतजार है। वजह- प्रदेश में सिर्फ एक लैब भाेपाल में होना है। हालांकि इंदौर में निजी लैब को भी नमूने भेजे जा रहे हैं लेकिन नमूने जांचने की रफ्तार नहीं बढ़ी है।

10 दिन में सिर्फ 4 नमूनाें की रिपाेर्ट आई, अधिकांश में मिली गड़बड़ी

मुरैना से भोपाल के लिए पनीर और मावा रेलवे की मदद से भेजा जाता है। इसी आधार पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी 31 जनवरी को स्टेशन पहुंचे थे। कुल 6 में से 4 नमूनों की रिपोर्ट पिछले 10 दिन में आई है। हिमांशु बंसल के 200 किलो पनीर के नमूने की रिपोर्ट में मिल्क फैट 50 के बदले 42 निकला है, जबकि मनीष शर्मा के 150 किलो पनीर में से लिए गए एक नमूने में 43 फैट मिला है। सुनील गुर्जर के नाम से बुक हुए 1196 किलो पनीर के चार में से दो नमूनों की रिपोर्ट ही आई है। एक में मिल्क फैट 50 में से 39 निकला है, जबकि दूसरे में बीआर रीडिंग 40 से 44 के तय मानक के बदले 47 निकली है।

जब्ती की भी औपचारिकता कर रहे अफसर

रेलवे स्टेशन पर पनीर के 6 नमूने लेने के बाद अधिकारियों ने विधिवत उसकी जब्ती की। चूंकि विभाग के पास खाद्य सामग्री को सुरक्षित रखने फ्रीजर या कोल्ड स्टोर नहीं हैं इसलिए कारोबारी को ही सुपुर्दगी दे दी गई। अब नमूने अवमानक निकले हैं, तो वही पनीर वापस लेने नोटिस जारी होगा, जबकि कारोबारी उसकी बिक्री कर चुका होगा। जब्त पनीर नष्ट भी किया जाएगा।

270 मामलों में जुर्मानें की कार्रवाई नहीं हो पाई

नमूनों की जांच जल्दी हो सके, इसके लिए ग्वालियर में लैब बन रही है पर काम धीमा है। दूसरी तरफ इंदौर-भोपाल लैब में भेजे गए 328 नमूनों की रिपोर्ट अटकी है। इनमें से कुछ को तो एक साल से ज्यादा समय हो चुका है। रिपोर्ट आने के बाद न्याय निर्णयन अधिकारी के दफ्तर में भी 270 प्रकरण पहुंच चुके हैं, इनमें जुर्माना लगाने की प्रक्रिया अभी चल रही है।

3 बिन्दुओं से अभिहित अधिकारी ने रखा पक्ष– रिपोर्ट जल्द मंगवाएंगे, पैक पानी में गड़बड़ी ज्यादा

1 अभी कुल 12 हजार 600 लाइसेंस-रजिस्ट्रेशन हैं, कारोबारियों के हिसाब से यह संख्या कम है। कुछ लोग बिना लाइसेंस-रजिस्ट्रेशन के काम कर रहे हैं। रजिस्ट्रेशन-लाइसेंस 20 फीसदी बढ़ाने अभियान चलाया जाएगा
2 पैक पानी की डिमांड बढ़ रही है, पिछले कुछ दिनों में गड़बड़ी भी मिली है। अब सैंपलिंग ऐसे बड़े ठिकानों पर होगी, जहां बल्क में ग्राहक जाते हैं। यह सही है कि अभी कम नमूने हो रहे हैं, संख्या बढ़ा देंगे।
3 लैब से रिपोर्ट देरी से आ रही है और जिले में जुर्माना वसूली भी कम है। रिपोर्ट जल्द मंगाने लैब को पत्र लिख रहे हैं। ग्वालियर में लैब का काम रफ्तार से करने गृहनिर्माण मंडल के अफसरों से चर्चा करेंगे।
-अशोक चौहान, अभिहित अधिकारी व एसडीएम

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