UDISE की रिपोर्ट में दावा … कोरोनाकाल में प्राइवेट स्कूलों में 22 लाख, सरकारी स्कूलों में 3 लाख एडमिशन कम

स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट की इकाई यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन (UDISE) की रिपोर्ट के अनुसार देश में सिर्फ एक साल के अंदर 501 सरकारी स्कूल बंद हो गए, जबकि 6 गुना ज्यादा 3,304 प्राइवेट स्कूल खुल गए। 2020-21 में कुल 10,32,049 सरकारी और 3,40,753 प्राइवेट स्कूल रह गए। वहीं, 2019-20 में 10,32,570 सरकारी और 3,37,449 प्राइवेट स्कूल थे। सबसे ज्यादा सरकारी स्कूल ओडिशा में बंद हुए। वहां 2019-20 में 53,260 स्कूल थे, जो 2020-21 में 50,256 रह गए।

पढ़ाई छोड़ने वाले स्टूडेंट्स कम हुए
साल 2020-21 के दौरान कोरोना ने देश मे भारी कोहराम मचाया। इससे सबसे ज्यादा बूरा असर छोटे बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा। नतीजा ये रहा कि इस दौरान प्री-प्राइमरी में 29 लाख स्टूडेंट्स कम दाखिले हुए। 2019-20 में जहां 1,35,55,892 बच्चों ने एडमिशन लिया था, वहीं 2020-21 में यह आंकड़ा 1,06,45,526 पर सिमट गया। इनमें से प्राइवेट स्कूलों के प्री-प्राइमरी में 22.28 लाख कम एडमिशन हुए। जबकि सरकारी स्कूलों में 3.10 लाख की कमी दर्ज की गई। हालांकि, कक्षा 1-12वीं तक 2019-20 से 77,588 एडमिशन कम हुए हैं।

 

दो साल में महिला टीचर की संख्या बढ़ी
देश में 2 साल में महिला टीचर की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। फीमेल टीचरों (कक्षा 1-12वीं तक) की संख्या 2020-21 में बढ़कर 49.5 लाख हो गईं, जबकि मेल टीचर 47.5 लाख हो गए। 2018-19 47.2 लाख मेल टीचर और 47.1 लाख फीमेल टीचर थीं UDISI की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019-20 के मुकाबले 2020-21 में 30 हजार फीमेल टीचर बढ़ीं और 20 हजार मेल टीचर घटे। कुल 96.96 लाख टीचर हो गए, जो 2019-20 में 96.87 लाख थे। 2020-21 में देश में 1 से 5वीं तक हर 26 बच्चों पर एक टीचर रहा, जबकि 2019-20 में यह अनुपात 26.5 था।

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