टेक्सास फायरिंग के बाद सदमे में पेरेंट्स …… ? अब बच्चे को कभी स्कूल नहीं भेजूंगी

बच्चों की सलामती के लिए एक-दूसरे के गले लगकर रोते रहे; मां बोली- अब बच्चे को कभी स्कूल नहीं भेजूंगी

अमेरिका के टेक्सास राज्य में मंगलवार दोपहर को हुई फायरिंग में 19 स्कूली बच्चों समेत 2 लोगों की मौत हुई है। टेक्सास के युवाल्डे में रॉब एलिमेंट्री स्कूल में 18 साल के युवक ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में 13 बच्चों समेत स्कूल के स्टाफ और पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हालांकि पुलिस ने हमलावर को मार गिराया है।

इस घटना के बाद अमेरिकी पेरेंट्स के अंदर डर का माहौल है। कई पेरेंट्स ने तो बच्चों को स्कूल न भेजने का फैसला किया है। हमले के बाद पहुंचे ढेरों पेरेंट्स अपने बच्चे की सलामती के लिए दुआ करते दिखाई दिए और एक-दूसरे के गले लगकर रोते रहे। वहीं, रॉब एलिमेंट्री स्कूल में पढ़ने वाले एक बच्चे की मां का कहना है कि वह फिर कभी अपने बच्चे को अमेरिकी स्कूल में पढ़ने के लिए नहीं भेजेगी।

बच्चे की फिक्र, मां की जुबानी
एवलिन का बेटा तीसरी क्लास में पढ़ता है। उन्होंने बताया “हमें स्कूल के ऑटोमेटेड अलर्ट सिस्टम के जरिए शूटिंग की जानकारी मिली। मुझे नहीं पता था कि मेरा बच्चा जिंदा है या मर चुका है। स्टूडेंट्स को पेरेंट्स से मिलाने के लिए युवाल्डे सिविक सेंटर ले जाया गया। जहां पर पेरेंट्स की भीड़ इकट्ठा थी। यह एक भयावह सपने की तरह था। मैं बहुत डरी हुई थी।

मुझे स्कूली फायरिंग की खबरें देखने को मिलती थीं। मुझे लगता था कि ऐसी घटनाएं केवल बड़े शहरों में होती हैं, लेकिन ऐसा मेरे शहर में हुआ। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। मैं भगवान से बार-बार यही प्रार्थना कर रही थी कि मेरा बच्चा सुरक्षित हो। मेरे पति मुझे सिविक सेंटर लेकर गए, मैं रास्ते भर रोती रही। पुलिस ने हमें इंतजार करने को कहा। सिविक सेंटर पर वहां अफरा-तफरी का माहौल था। लोगों की भीड़ जमा थी और ढेर सारे लोग रो रहे थे। कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चे से मिलने के लिए इंतजार नहीं करना चाहते थे। लोग पुलिस वालों पर चिल्ला रहे थे, क्योंकि उन्हें बिल्डिंग के अंदर जाने के लिए इंतजार करना पड़ रहा था।

पुलिस एक बार मे एक ही व्यक्ति को अंदर जाने दे रही थी। इसलिए मैं जाकर कार में बैठ गई। जब मेरी नजर अपने बच्चे पर पड़ी, वह रो रहा था। वह बहुत डरा हुआ था और मां-मां पुकार रहा था। एवलिन ने कहा- मैं नहीं चाहती कि मेरा बच्चा फिर कभी अमेरिकी स्कूल में पढ़ने जाए। मैं चाहती हूं कि वह घर पर सुरक्षित रहे रहे। एवलिन ने बताया कि इस घटना के बाद मुझे नींद नहीं आएगी। जब भी मैं अपनी आंखें बंद करूंगी, तो मैं इन बच्चों के बारे में सोचूंगी। मैं अपने बेटे के बारे में सोचूंगी और मुझे नींद नहीं आएगी।”

 
लोगों ने ह्यूमन चेन बनाकर अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना की।
अपने बच्चे से मिलने के लिए सिविक सेंटर के बाहर बदहवास हालत में एक मां।
लोग एक दूसरे के गले लगकर रो रहे थे और अच्छी खबर के लिए हिम्मत दे रहे थे। उनकी आंखों से आंसू रुक ही नही रहे थे।
यह फोटो एसएसजीटी विली डी लियोन सिविक सेंटर की है। यहां रॉब एलिमेंट्री स्कूल से रेक्स्यू कर बच्चों को लाया गया है।
सिविक सेंटर के बाहर मौजूद पेरेंट्स की भीड़। यहां एक-एक बच्चों को उन्हें सौंपा गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *