ग्वालियर । स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में लगाए जा रहे आइटीएमएस (इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के कारण शहर की रफ्तार बिगड़ चुकी है। थाटीपुर चौराहे से लेकर चेतकपुरी चौराहे तक महज 2.5 किलोमीटर के मार्ग में 9 आइटीएमएस सिस्टम लगे हैं। इसी प्रकार थाटीपुर से लेकर नदीगेट तक भी 9 सिस्टम लगे हैं। इनके कारण हर 300 से 500 मीटर की दूरी पर वाहन चालकों को गाड़ी को रोकना पड़ रहा है। वहीं अब मलगढ़ा चौराहे एवं बेटी बचाओं तिराहे पर यह सिस्टम लगाए गए हैं। इसके कारण अब इन मार्गों पर भी जाम लगना शुरू हो जाएगा।

शहर की ट्रैफिक व्यवस्था काे ठीक करने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा करीब 53 करोड़ की लागत से शहर में 31 पाइंटाें पर आइटीएमएस सिस्टम लगाया जा रहा है। इनमें से 29 पाइंटों पर यह सिस्टम लगाया जा चुका है। आइटीएमएस सिस्टम को बेटी बचाओ तिराहे एवं मलगढ़ा चौराहा पर नए सिस्टम लगाए गए हैं। साथ ही तानसेन होटल तिराहे पर पीली पट्टी लगाने का निर्देश दिया गया है। पीली पट्टी के बाहर गाड़ी रोकने पर ई चालान किया जाएगा। स्मार्ट सिटी द्वारा हर चौराहे एवं तिराहे पर लाल बत्ती लगा दिए जाने से शहर की रफ्तार पूरी तरह से खत्म हो गई है। इसके कारण प्रत्येक चौराहे एवं तिराहे पर प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। क्योंकि यहां पर हर समय 40 से 50 वाहन एक मिनिट तक खड़े रहते हैं। जबकि नियम के अनुसार करीब 800 मीटर से 1 किलोमीटर की दूरी पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाने चाहिए थे, लेकिन स्मार्ट सिटी ने बिना किसी नियम का पालन करे 53 करोड़ रूपये फूंक दिए हैं। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी का कहना है कि उन्होंने सिर्फ उन जगह यह सिस्टम लगाए हैं, जहां पहले ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम लगे थे। ऐसे में ट्रैफिक इंजीनियरिंग का भी ध्यान नहीं रखा गया है।