लम्बी सिटिंग से बिगड़ रहा पोश्चर, हर घंटे में पांच मिनट सीट छोड़ वॉक करें
कम्प्यूटर व लैपटॉप में अधिक देर तक बैठने से हो रही परेशानी
ग्वालियर.
हर एज ग्रुप का वर्किंग स्टाइल अब बदल गया है। बच्चे जहां घंटों मोबाइल पर लगे रहते हैं, वहीं बड़े लैपटॉप और कम्प्यूटर में काम कर रहे हैं। लम्बी सिटिंग के कारण उनके पोश्चर में काफी फर्क पड़ रहा है, जिससे कमर दर्द, सर्वाइकल, साइटिका आदि डिसीजन देखने को मिल रही हैं। जो समस्या 45 साल के बाद देखने को मिलती थी, वह अब युवावस्था में ही देखने को मिल रही है। ये डिसीज युवाओं में कोरोना के बाद ज्यादा देखने को मिली है। चिकित्सकों के अनुसार पोश्चर न बिगडऩे दें, वरना इससे आगे और भी डिसीज का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए व्यायाम व बार-बार पोश्चर चेंज करते रहें।
कुर्सी में सीधे बैठें, प्रॉब्लम पर डॉक्टर से कंसल्ट करें
डिजिटिलाइजेशन के युग में अब फील्ड वर्क काफी कम हो गया है। सारा काम ऑनलाइन बेस्ड हो रहा है। ऐसे में सिटिंग टाइम बढ़ा है। लोग कम्प्यूटर पर काम कर रहे हैं। उनके बैठने की स्टाइल सही न होने से पोश्चर बिगड़ रहा है। रीढ़ की हड्डी टेढ़ी हो रही है। उनमें सर्वाइकल, डिस्क, साइटिका होना भी इसका एक कारण है। इसके लिए जरूरी है कि हर घंटे पांच मिनट के लिए टहल लें। कुर्सी पर बैठते समय सीधे बैठें।
डॉ प्रमोद पहारिया, रीढ़ रोग विशेषज्ञ
सुबह शाम करें एक्सरसाइज, पोश्चर चेंज करते रहें
जब हम एक ही अवस्था में बैठे रहते हैं तो मांसपेशियां थक जाती हैं और फिर जोड़ों पर प्रेशर पडऩे लगता है। इस कारण से दर्द शुरू हो जाता है। युवाओं की आज लाइफस्टाइल बदल चुकी है। वे लम्बे समय तक सिटिंग कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि उन्हें सुबह शाम जब भी टाइम मिले एक्सरसाइज कर लें। लम्बी सिटिंग के बीच-बीच वॉक करते हैं व अपना पोश्चर चेंज करते रहें।
डॉ. आरकेएस धाकड़, हड्डी रोग विशेषज्ञ