आगरा कैंट पर अवैध वेंडरों का बोलबाला: …?
जीआरपी और आरपीएफ की नाक के नीचे यात्रियों से ठगी, सस्ता पेठा दोगुने दाम पर बेच रहे थे….
ताजनगरी आगरा में रोजाना आने वाले सैकड़ों पर्यटकों को आगरा कैंट स्टेशन पर अवैध वेंडरों द्वारा ठगा जा रहा है। आगरा का पेठा मशहूर होने के कारण लोग बाजार से सस्ता पेठा मंगवा कर यात्रियों को दोगुने से ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं। जीआरपी और आरपीएफ की नाक के नीचे हो रहे इस काम की भनक तक नहीं लग पा रही है।
आगरा कैंट स्टेशन और आगरा फोर्ट स्टेशन पर रोजाना पूरे देश से हजारों पर्यटक ताजमहल का दीदार करने आते हैं। इसके साथ ही यहां से तमाम प्रदेशों के यात्री गुजरते हैं। आगरा के नाम आते ही उनके मन में ताजमहल और यहां के मशहूर पेठे की झलक बन जाती है। इसी प्रसिद्धि का कुछ लोग फायदा उठा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों से सेटिंग कर बैगों में भरकर स्टेशन पर पेठा पहुंचता है और यात्रियों को बेचा जाता है। अवैध वेंडरों के कई वीडियो सामने आए हैं।
दोगुने से ज्यादा का फायदा
बाजार में मामूली पेठा 50 रुपए किलो मिलता है। इस पेठे की ज्यादा लाइफ नहीं होती है यार गुणवत्ता भी बहुत अच्छी नहीं होती है। अवैध वेंडर ट्रेनों के अंदर यात्रियों को इसे 150 से 200 तक मे बेचते हैं। ट्रेन आते ही यात्रियों की खरीद फरोख्त शुरू हो जाती है। होटलों और सरायों के एजेंट यात्री को स्टेशन पर ही लपकते हैं और अपनी जानकारी के होटल ले जाते हैं। इसके बाद पर्यटक को घुमाने तक का पूरा ठेका ले लिया जाता है। स्टेशन के गेट पर ऑटो रिक्शा वालों की भीड़ यात्रियों को कैसे परेशान करती है, यह किसी भी ट्रेन के आने पर देखा जा सकता है।

जानबूझकर बन्द किए जाते हैं नल
अवैध वेंडर जानबूझकर नलों को खराब करते हैं। प्लेटफार्म पर पानी न मिलने पर मजबूरन यात्री को पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है। इस पर भी पर्यटक से 5 से 10 रुपए प्रति बोतल तक एक्स्ट्रा लिए जाते हैं। यह सब तब होता है जब स्टेशन पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे से लैस हैं। मामले में आरपीएफ अधिकारी जानकारी करने और कार्रवाई के साथ बयान देने की बात कह रहे हैं।