कॉफी मग में सीसा तो नहीं पी रहे .. रंगीन सेरामिक्स में मिले होते हैं केमिकल, लंबे समय तक इस्तेमाल करने से पनप सकते हैं बैक्टीरिया
लाल, पीले, हरे और न जानें कितने ही रंग-बिरंगे कॉफी मग हम इस्तेमाल करते हैं। क्या आपने कभी गौर किया है कि इन रंगीन कॉफी मगों से हम सीसा और कैडमियम भी अपने शरीर में डाल रहे हैं? रंगीन, चमचमाते हुए सेरामिक्स के बने ये मग धीरे-धीरे हमारी सेहत को खराब करता है।
लंबे इस्तेमाल के बाद सेरामिक्स में मिले सीसा और कैडमियम कॉफी में घुल जाते हैं। यह बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। बच्चों में एकाग्रता कम होने लगती है। उन्हें लर्निंग डिसआर्डर हो सकता है। महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर भी प्रभाव पड़ता है।
कॉफी मग पर रंगीन पेंट चढ़ाए जाते हैं। सेरामिक्स को उच्च तापमान पर पकाया जाता है लेकिन कई बार इसमें लापरवाही बरती जाती है। इसके कारण केमिकल्स पेय पदार्थों में घुल जाता है।
क्या आप पूरी कॉफी नहीं पीते
कई बार लोग मग में कॉफी छोड़ देते हैं। नीचे क्रीम और चीनी की परत जम जाती है। इनमें बैक्टीरिया पनपने की आशंका रहती है। जब इसमें दोबारा कॉफी मिलाकर पीते हैं तो इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे साफ करते हैं कॉफी मग
एक शोध में कहा गया है कि ऑफिस में जो कॉफी मग इस्तेमाल किए जाते हैं उन्हें ठीक से साफ नहीं करने पर इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। जिन स्पंज से उन्हें साफ किया जाता है उसमें सबसे अधिक बैक्टीरिया हो सकते हैं। क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. पूजा सहाय बताती हैं कि कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि स्पंज में लाखों बैक्टीरिया रहते हैं। फ्लेश इटिंग बैक्टीरिया भी होते हैं। ये जानलेवा हो सकते हैं। इससे लोगों को फूड प्वाइजनिंग भी हो सकती है।
कैसे साफ रखें कॉफी मग
- गर्म पानी से धोना ज्यादा सुरक्षित
- लिक्विड साबुन डालें
- उंगलियों से मग को रगड़ें
- पेपर टॉवल से इसे पोछ लें
स्क्रब या स्पंज के इस्तेमाल में हमें सावधानी बरतनी चाहिए। बर्तन साफ करने के बाद भीगे हुए स्पंज को सुखा लें, अन्यथा नमी रहने से इसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं। स्पंज भीगा रहने से कई बार इसमें से बदबू आती है। इसका कारण बैक्टीरिया ही होता है। ये बैक्टीरिया हानिकारक गैस छोड़ते हैं जिनके कारण बदबू आती है।
डॉ. पूजा सहाय, क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट