सावधान! ये दालचीनी नहीं है, आपको हमेशा गलत मसाला क्यों दिया जाता है?
सावधान! ये दालचीनी नहीं है, आपको हमेशा गलत मसाला क्यों दिया जाता है?
अगर आप पैकेट वाली दालचीनी खरीद रहे हैं तो आपके पैकेट पर Cinnamomum लिखा होगा. वहीं अगर वह नकली वाला होगा तो उस पर Cassia लिखा होगा. लेकिन खुले वाली दालचीनी में ये सुविधा नहीं मिलती.
क्या सच में हम नकली दालचीनी खा रहे हैं
दरअसल, आप जिस चीज को वर्षों से दालचीनी समझ कर खा रहे हैं वह कुछ और ही है. इसे “कास्टर शेल” (Cassia) कहा जाता है. यह दिखने में, महक में और स्वाद में कुछ-कुछ दालचीनी जैसा ही होता है. लेकिन यह दालचीनी नहीं है. इसे खाने से आप गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं. बाजार में इसकी कीमत दालचीनी के मुकाबले बहुत कम होती है. ऊपर दी गई तस्वीर में आप दोनों में फर्क साफ देख सकते हैं.
दोनों में सबसे बड़े अंतर
“कास्टर शेल” (Cassia) और असली दालचीनी (Cinnamomum verum) में कई अंतर होते हैं. सबसे बड़ा अंतर ये होता है कि ये दोनों अलग-अलग पेड़ों से प्राप्त होते हैं. कास्टर शेल का पेड़ Cinnamomum cassia परिवार का होता है, जबकि असली दालचीनी का पेड़ Cinnamomum verum परिवार का होता है. इसके अलावा दोनों के रासायनिक गुण, खासकर कुमरिन (Coumarin) की मात्रा, में काफी अंतर होता है. जहां कास्टर शेल (Cassia) में कुमरिन की मात्रा बहुत अधिक होती है. वहीं असली दालचीनी में कुमरिन की मात्रा कम होती है.
आपको बता दें, कुमरिन एक प्रकार का रासायनिक यौगिक है, जो सामान्य रूप से जड़ी-बूटियों और मसालों में पाया जाता है. इसकी अधिक मात्रा शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है. इसे बड़ी मात्रा में लेने से लीवर की समस्याएं और किडनी की समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा इसे लंबे समय तक खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती है.
नकली वाले को कैसे पहचानें
अगर आप पैकेट वाली दालचीनी खरीद रहे हैं तो आपके पैकेट पर Cinnamomun लिखा होगा. वहीं अगर वह नकली वाला होगा तो उस पर Cassia लिखा होगा. लेकिन खुली वाले दालचीनी में ये सुविधा नहीं मिलती. खुली दालचीनी अगर आप खरीद रहे हैं तो आप इसे देखकर इसकी पहचान कर सकते हैं. इसके अलावा इसके रंग और सुगंध से भी आप इसकी पहचान कर सकते हैं.