वारंटियों की धरपकड़ में लापरवाही …? बेसिक पुलिसिंग पर नहीं मप्र पुलिस का जोर न गुंडे चैक हो रहे, न वारंटियों की धरपकड़
प्रदेश के अलग-अलग जिलों के कई थाने ऐसे भी हैं, जहां बेसिक पुलिसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। कहीं गुंडे और निगरानी बदमाशों को चैक नहीं किया जा रहा है तो कहीं वारंटियों की धरपकड़ में लापरवाही बरती जा रही है। डीजीपी के निर्देश के बाद जब प्रदेश के सभी जिलों में एडीजी-आईजी और एसपी स्तर के अफसरों ने थानों का देर रात निरीक्षण किया तो ये बात सामने आई।
सभी जिलों से भेजी गई रिपोर्ट डीजीपी के सामने पेश कर दी गई है। रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद सभी पुलिस अधीक्षकों को अपनी वर्किंग में ज्यादा से ज्यादा बेसिक पुलिसिंग को शामिल करने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं। बीती 5-6 जून की दरमियानी रात डीजीपी सुधीर सक्सेना के निर्देश के बाद प्रदेशभर के 124 थानों को एक साथ चैक किया गया था।
डीजीपी के सामने पेश हुई सभी जिलों से भेजी गई थानों की रिपोर्ट
शाह ने कहा था- मुखबिर तंत्र को पुनर्जीवित करना चाहिए
22 अप्रैल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग में 48वीं ऑल इंडिया पुलिस साइंस कांग्रेस का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उन्होंने बैक टू बेसिक पुलिसिंग में जाने और खबरी प्रणाली यानी मुखबिर तंत्र को पुनर्जीवित करने को कहा था। उन्होंने कहा कि मैं पुनर्जीवित सोच-समझ कर बोल रहा हूं।
गौतम नगर थाने में हत्या, लूट जैसे 10 गंभीर अपराध लंबित
भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर 5 जून को गौतम नगर थाने पहुंचे थे। उन्होंने रिपोर्ट में लिखा कि ये थाना भवन जर्जर हालत में है। यहां बाउंड्रीवॉल और हवालात भी नहीं है। थाना भवन असुरक्षित है। थाने में 13 मर्ग जांच लंबित हैं। हत्या, लूट, अपहरण और पॉस्को जैसे 10 गंभीर अपराध लंबित पाए गए हैं।
अवधपुरी थाने में हवालात के तौर पर यूज हो रहा मालखाना
डीसीपी जोन-2 श्रद्धा तिवारी ने अवधपुरी थाने कीे रिपोर्ट में लिखा कि थाने में 34 अपराध, 16 मर्ग, 31 गुम इंसान, 19 शिकायतें, 37 चालान, 43 स्थायी वारंट लंबित पाए गए। 2 एमएलसी और 5 पीएमएलसी भी लंबित थीं। थाना किराए के भवन में है और मालखाने को हवालात के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
…..तकनीक के इस्तेमाल में आगे
- सीसीटीवी कैमरों से मॉनिटरिंग में पुलिस बेहतर काम कर रही है।
- तकनीक के इस्तेमाल में भी सभी जिलों से अच्छी रिपोर्ट आई हैं।
- बदमाशों को नियमित चैक करने में ज्यादातर जगह लापरवाही मिली।