SC ने कहा- टीवी पर माफी मांगें नूपुर …?

देश में जो हो रहा, उसकी जिम्मेदार आप; शर्तों के साथ माफी मांगना आपका घमंड…? 

पैगंबर पर विवादित बयान देने के लिए नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि देशभर में अशांति फैल गई है। देश में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। उन्होंने अपने बयान से देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। कोर्ट ने उन्हें टीवी पर आकर देश से माफी मांगने को कहा।

दरअसल, नूपुर शर्मा अपने खिलाफ अलग-अलग जगह दर्ज मामलों को दिल्ली ट्रांसफर कराने की अर्जी लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। शुक्रवार सुबह ग्यारह बजकर तीन मिनट पर सुनवाई शुरू हुई, जो साढ़े ग्यारह बजे तक चली। कुल 27 मिनट की सुनवाई में कोर्ट ने उदयपुर हत्याकांड का जिक्र भी किया।

कोर्ट ने कहा- नूपुर ने बदजुबानी के साथ गैर जिम्मेदाराना बातें कहीं, बिना ये सोचे कि इसका अंजाम क्या होगा। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने कहा कि नूपुर ने टेलीविजन पर धर्म विशेष के खिलाफ उकसाने वाली टिप्पणी की। माफी भी उन्होंने शर्तों के साथ ही मांगी, वह भी तब, जब लोगों का गुस्सा भड़क चुका था। यह उनकी जिद और घमंड दिखाता है।

तल्ख कमेंट के बाद नूपुर की याचिका खारिज
नूपुर के खिलाफ दिल्ली, कोलकाता, बिहार से लेकर पुणे तक कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर अलग-अलग राज्यों में दर्ज सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। कोर्ट की फटकार के बाद नूपुर शर्मा के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि वे अपने बयान पर माफी मांग चुकी हैं और उन्होंने इसे वापस भी ले लिया है।

इस पर कोर्ट ने कहा कि जब माफी मांगी गई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके साथ ही कोर्ट ने नूपुर के खिलाफ दर्ज मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उनके वकील ने याचिका वापस लेने की इजाजत मांगी, कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी। सुप्रीम कोर्ट ने 27 मिनट की सुनवाई के बाद कुल तीन लाइन के आदेश में नूपुर की याचिका का निपटारा कर दिया।

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नूपुर शर्मा की याचिका खारिज करने का तीन लाइन का आदेश।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नूपुर शर्मा की याचिका खारिज करने का तीन लाइन का आदेश।

सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में क्या हुआ..

नूपुर के वकील: वह जांच में शामिल हो रही हैं। वह कहीं भाग नहीं रहीं।

सुप्रीम कोर्ट: क्या आपके लिए यहां रेड कारपेट होना चाहिए। जब आप किसी के खिलाफ शिकायत करती हैं, तो उस व्यक्ति को अरेस्ट कर लिया जाता है। आपके दबदबे की वजह से कोई भी आपको छूने की हिम्मत नहीं करता। इससे क्या फर्क पड़ता है कि आप एक पार्टी की प्रवक्ता हैं। आप सोचती हैं कि आपके पास सत्ता का समर्थन है और आप कानून के खिलाफ जाकर कुछ भी बोल सकती हैं।’

नूपुर के वकील: नूपुर को धमकियां मिल रही हैं। उनके लिए इस समय यात्रा करना सुरक्षित नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट: नूपुर को धमकियां मिल रही हैं या वे खुद सुरक्षा के लिए खतरा हैं? देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए वही जिम्मेदार हैं।

सुप्रीम कोर्ट: पैगंबर के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी या तो सस्ते प्रचार, राजनीतिक एजेंडे या कुछ नापाक गतिविधियों के लिए की गई थी। ये धार्मिक लोग नहीं हैं और भड़काने के लिए ही बयान देते हैं। ऐसे लोग दूसरे धर्म की इज्जत नहीं करते।

सुप्रीम कोर्ट: हमने देखा है कि बहस के दौरान नूपुर ने कैसे उकसाने वाली बात कही, उसके बाद भी वे कहती हैं कि मैं एक वकील हूं। यह शर्मनाक है। नूपुर को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट: यह याचिका आपके घमंड को दिखाती है। आप लोअर कोर्ट की जगह सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं। देशभर के मजिस्ट्रेट कोर्ट आपके लिए छोटे हैं।

टीवी चैनल और दिल्ली पुलिस को भी फटकार
कोर्ट ने विवादित बहस को दिखाने वाले टीवी चैनल और दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने क्या किया? हमें मुंह खोलने पर मजबूर मत कीजिए। टीवी डिबेट किस बारे में थी? इससे केवल एक एजेंडा सेट किया जा रहा था। उन्होंने ऐसा मुद्दा क्यों चुना, जिस पर अदालत में केस चल रहा है।’

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