छेड़छाड़ का आरोपित DIG गिरफ्तार, रेल अधिकारी की पत्नी से की थी छेड़छाड़, पूछताछ के बाद जमानत पर रिहा
जबलपुर चलती ट्रेन में जबलपुर रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारी की पत्नी के साथ छेड़छाड़ के आरोपित आरपीएफ डीआईजी विजय कुमार खातरकर को शनिवार को शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) ने गिरफ्तार कर लिया। मामले में उनसे पूछताछ की गई और फिर कानूनी कार्रवाई करते हुए जमानत पर रिहा कर दिया गया। उनके खिलाफ इस प्रकरण में जांच आगे जारी रहेगी।
सोमवार 15 जुलाई को जबलपुर जीआरपी थाना में पीड़ित महिला ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि, इंदौर-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में गाडरवारा और नरसिंहपुर के बीच एसी-2 कोच में आरपीएफ डीआईजी द्वारा उनके साथ छेड़छाड़ की गई। आईपीसी की धारा 345 ए के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर केस डायरी गाडरवारा भेजी दी गई थी।
बुधवार 17 जुलाई को पश्चिम मध्य रेल जोन कार्यालय में महाप्रबंधक अजय विजयवर्गीय से मिलने के लिए एक दर्जन से अधिक रेल अधिकारियों की पत्नियां पहुंचीं और उन्होने डीआईजी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दबाव बनाते हुए हंगामा किया।एक दिन पहले हुई बैठक के बाद आरपीएफ डीआईजी को स्वयं अवकाश पर जाने जीएम ने कहा। उन्होंने एक माह की छुट्टी का आवेदन दिया। जिसे तुरंत मंजूर किया गया। इसी दिन रेल बोर्ड अध्यक्ष ने डीआईजी का तबादला पश्चिम मध्य रेल जबलपुर से उत्तर रेलवे दिल्ली में कर दिया।
19 जुलाई
तबादले के बाद से डीआईजी पर जीआरपी द्वारा गिरफ्तारी किए जाने की तलवार लटक रही थी। वहीं तबादला होने के बाद जबलपुर जोन से भी उन्हें रिलीव कर दिया गया, लेकिन डीआईजी जबलपुर में ही रुके रहे, जिनकी जांच जीआरपी करती रही और उन्हे स्वयं गिरफ्तारी देने चेतावनी दी गई। रेल यात्रियों के बयान भी जीआरपी ने दर्ज किए।
20 जुलाई
जीआरपी के जांच दल ने शाम को डीआईजी विजय कुमार खातरकर को गिरफ्तारी किया। जमानती अपराध होने के कारण उनसे पूछताछ के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया। उन्हें पूछताछ के लिए पेश होना पड़ेगा।
जांच की जा रही है
छेड़छाड़ के आरोप में डीआईजी पर प्रकरण दर्ज है जिसकी जांच की जा रही है। इस मामले में उन्हंे पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया गया और जमानती अपराध होने के कारण उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है। आगे जांच जारी रहेगी – प्रतिमा पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ( रेल)