चीन से ज्यादा है भारत की जनसंख्या, 8 साल पहले ही छोड़ दिया था पीछे; US रिसर्चर का दावा
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में भारत चीन को पछाड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। 2050 तक भारत की आबादी बढ़कर 1.668 अरब हो जाएगी, जबकि चीनियों की संख्या घटकर 1.317 अरब हो जाएगी।
ब्रिटिश अर्थशास्त्री, एंगस मैडिसन का जिक्र करते हुए, यी ने एचटी को बताया: “भारत और चीन बारी-बारी से सन 1700 तक दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश थे। लेकिन वर्ष 1820 से लेकर 2013 तक चीन की आबादी भारत की तुलना में लगातार बड़ी थी। 1882 में चीन की जनसंख्या 38.1 करोड़, भारत की 20.9 करोड़ और अमेरिका की 9.98 करोड़ थी। 2014 में, भारत की जनसंख्या फिर से चीन से आगे निकल गई।”
यी ने कहा, “आधिकारिक तौर पर यह घोषणा की गई है कि 2020 में 1.202 करोड़ बच्चे पैदा हुए थे। मुझे लगता है कि यह एक बढ़ा हुआ आंकड़ा है। 2020 में वास्तविक जन्मों की संख्या केवल 8-10 मिलियन (80 लाख से 1 करोड़) होनी चाहिए। चीन की जनसंख्या 2018 में घटनी शुरू हुई, और चीन की जनसंख्या पहले से ही भारत की तुलना में कम है।” 2017 में जारी की गई चीन की वास्तविक आबादी लगभग 1.29 बिलियन हो सकती है। यी ने उस वर्ष बीजिंग के पेकिंग विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी में कहा था कि राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़े की तुलना में यह संख्या 9 करोड़ कम है।
उन्होंने कहा, “चीन अब दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश नहीं है। भारत की आबादी चीन से अधिक हो गई है। दुनिया भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है। हालांकि, आर्थिक दिक्कतों के कारण, भारत की अर्थव्यवस्था को चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका से आगे निकलने में दशकों (30 वर्ष के कम) लगेंगे।”