लखनऊ BSA समेत 3 अधिकारी सस्पेंड …? नियमों के खिलाफ दी थी निजी स्कूल को मान्यता…
लखनऊ BSA समेत 3 अधिकारी सस्पेंड:सेंटेनियल स्कूल मामले में पाए गए दोषी, नियमों के खिलाफ दी थी निजी स्कूल को मान्यता…
लखनऊ के सेंटेनियल स्कूल मामले में शासन ने लखनऊ बीएसए को दोषी पाया है। विभाग के प्रमुख सचिव ने बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह और तत्कालीन मंडलीय बेसिक शिक्षा निदेशक पीएन सिंह और प्रधान सहायक दाता प्रसाद को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही जांच अधिकारी की नियुक्ति की है।
अब तक पांच अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
वही, मामले में पहले भी जिलाधिकारी ने रिटायर्ड खंड शिक्षा अधिकारी शिव नंदन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। जबकि ज्वाइट डायरेक्टर ने आलोक कुमार 8 जुलाई को सस्पेंशन का आदेश जारी किया था। मामले में 14 जुलाई को एक कर्मचारी समेत 2 बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी हुआ है।
माफिया ने किया था स्कूल की जमीन पर कब्जा
दरअसल, लखनऊ के कैसरबाग इलाके में सेंटेनियल हायर सेकेंडरी स्कूल की जमीन पर माफिया ने कब्जा कर लिया। गर्मी की छुट्टी के बाद पहली जुलाई को जब स्टूडेंट्स स्कूल पहुंचे तो टीचर्स समेत उन्हें एंट्री नही दी गई।
सेंटेनियल हायर सेकेंडरी स्कूल के परिसर में कब्जा करके मेथोडिस्ट चर्च नाम का दूसरा स्कूल खोल दिया दिया। पहले मामलें में लीपापोती करते हुए 6 जुलाई तक स्कूल की छुट्टियां बढ़ाने के आदेश जारी किया गया।
जब उसके बाद भी स्टूडेंट्स और टीचर्स को परिसर में एंट्री नही मिली तो स्कूल गेट के बाहर ही टीचर्स ने बच्चों की क्लास लगाई। इस बीच माध्यमिक शिक्षक संघ भी धरना और प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मामले को बढ़ता देख जिला प्रशासन हरकत में आया। अगले दिन खुद डीएम सूर्यपाल गंगवार मौके पर पहुंचे। उनके जाने के बाद ही क्लासरूम में स्टूडेंट्स की क्लास लगाई गई। इस बीच मामले में शिक्षा विभाग के स्टॉफ की मिलीभगत के भी साफ प्रमाण मिले।
प्रमुख सचिव ने जारी किया आदेश
डीएम ने तत्काल मौके पर 12 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के साथ ही गैंगेस्टर की कार्रवाई के भी निर्देश दिए। इस बीच शासन को भी पूरा मामलें की रिपोर्ट सौंपी।
शासन ने गुरुवार को उस रिपोर्ट और शुरुआती जांच के आधार पर निजी स्कूल को मान्यता देने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी को दोषी पाया। फिर उनके खिलाफ एक्शन लेते हुए प्रमुख सचिव ने निलंबन का आदेश जारी कर दिया।